उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ ( Lucknow) के सुशांत गोल्फ सिटी इलाके में स्थित नंदिनी अपार्टमेंट में रिलायंस जियो( Reliance Jio ) के डीजीएम अभिषेक शुक्ला (Abhishek Shukla)ने सोमवार सुबह लाइसेंसी पिस्टल को गले पर सटाकर खुद को गोली मार ली। उनका शव फ्लैट के अंदर कुर्सी पर पड़ा मिला। घटना की जानकारी पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके का निरीक्षण किया। पुलिस को कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है।
जिसमें अभिषेक शुक्ला (Abhishek Shukla) का पत्नी से विवाद की बात सामने आयी है। अभिषेक मूल रूप से गोरखपुर की सिंघड़िया कालोनी के रहने वाले थे।
सात पेज के सुसाइड नोट में अभिषेक अपना दर्द बयां कियाहै।सुसाइड नोट में उसने उतर प्रदेश के मुख्यमंत्री से अपनी मौत की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है, उसने लिखा है मै आपके साथ 1998 से जुड़ा हूं सेंट एंड्रयूज कालेज चुनाव में से आज तक आपसे कुछ नहीं मांगा।मुझे न्याय दिलवा दीजिये प्लीज।
इंस्पेक्टर सुशांत गोल्फ सिटी विजयेंद्र सिंह के मुताबिक अभिषेक शुक्ला (Abhishek Shukla)भाजपा नेता थे। वह यहां नंदिनी आपर्टमेंट में पांचवे तल पर रहते थे। सोमवार सुबह फ्लैट के एक कमरे में उनके दोस्त पवन पांडेय निवासी सिंघड़िया सोए थे। इस बीच एकाएक गोली चलने की आवाज हुई तो वह भागकर ड्राइंग रूम में पहुंचे। वहां कुर्सी पर अभिषेक का खून से लथपथ शव पड़ा देख उनकी चीख निकल पड़ी। उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम और अभिषेक के घर वालों को मामले की जानकारी दी। सूचना पर फोरेंसिक टीम और पुलिस पहुंची। शव कुर्सी के सहारे लटका था। गले में गोली लगी थी। कुर्सी के नीचे पिस्टल और मोबाइल पड़ा था। फोरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए।

इस मामले में देर रात को डीजीएम अभिषेक शुक्ला के पिता रामजी शुक्ला ने पत्नी कुमुद सहित चार लोगों को खुदकुशी के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद आरोपियों की तलाश शुरू की। मंगलवार सुबह पोस्टमार्टम हाउस पहुंची पत्नी कुमुद को गिरफ्तार कर लिया। वहीं तीन अन्य आरोपियों की तलाश शुरू हो गई है। पुलिस ने मौके से मिले पिस्तौल, मोबाइल, सुसाइड नोट व अन्य दस्तावेज जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा दिया है। जल्द ही इसकी रिपोर्ट आएगी। जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।