उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के मिर्जापुर ( Mirzapur) जिले के एक प्राइवेट स्कूल में सेकेंड क्लास के छात्र को बालकनी से उलटा लटकाने के आरोपी प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही स्कूल की मान्यता रद्द करने की कार्रवाई भी शुरू हो गई है। वहीं, आरोपी प्रिंसिपल ने भी अपनी गलती मानी। साथ ही फोटो खींचने वाले पर भी कार्रवाई की मांग की।
मिर्जापुर ( Mirzapur) जिले के अहरौरा थाना क्षेत्र के डीह गांव स्थित सद्भावना शिक्षण संस्थान जूनियर हाईस्कूल (प्राइवेट) का है। 27 अक्टूबर को प्रिंसिपल मनोज विश्वकर्मा ने बच्चों की शिकायत पर सेकेंड क्लास के छात्र को पहली मंजिल से पैर पकड़कर नीचे लटका दिया था। इस दौरान किसी ने फोटो मोबाइल से ले ली। सोशल मीडिया में फोटो से आते ही डीएम के निर्देश पर गुरुवार देर शाम BSA गौतम प्रसाद मौके पर गए थे।
दूसरी तरफ गिरफ्तार किए गए आरोपी प्रिंसिपल मनोज कुमार विश्वकर्मा( principal Manoj Vishwakarma )ने अपनी गलती मानी। साथ ही फोटो खींचने वाले पर भी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि हमें ऐसा नहीं करना चाहिए था, लेकिन बच्चा बहुत शरारत करता था। अन्य बच्चों को परेशान करता रहता था। बच्चे के परिजन भी उसकी शरारत से परेशान थे।
मामले में अहरौरा पुलिस ने आरोपी प्रिंसिपल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मिर्जापुर ( Mirzapur) के जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने बताया कि एक फोटो वायरल हुई थी। जिसके आधार पर स्कूल और स्कूल प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
एबीएसए अरुण सिंह ने बताया कि विद्यालय की मान्यता निरस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। मामले में एसपी अजय सिंह ने कहा कि स्कूल संचालक द्वारा छात्र सोनू (05)को शरारत करने पर सजा के तौर पर छत से उल्टा लटका कर अमानवीय व्यवहार किया गया। छात्र के पिता की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत किया गया।