अयोध्या (Ayodhya ) में पंजाब नेशनल बैंक की महिला अफसर श्रद्धा गुप्ता ( Shraddha Gupta ) ने परेशान होकर आत्महत्या कर ली। मरने से पहले युवती ने अपने सुसाइड नोट में एक आईपीएस अधिकारी का नाम लिखा है। जिसको अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है।
इस मामले के बाद पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया। लखनऊ ( Lucknow) के राजाजीपुरम निवासी राजकुमार गुप्ता की पुत्री श्रद्धा गुप्ता (28) पंजाब नेशनल बैंक क्षेत्रीय कार्यालय अयोध्या में स्केल वन अफसर थीं। यह मामला अयोध्या के कोतवाली नगर के खवासपुरा इलाके का है। जहां श्रद्धा गुप्ता (28) नाम की महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह पीएनबी बैंक में पीओ की पोस्ट पर थी। पुलिस की जांच में सामने आया है कि युवती ने शुक्रवार देर रात यह कदम उठाया है।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर खिड़की तोड़कर शव को को बाहर निकाला ,साथ ही टेबिल पर पुलिस को पापा-मम्मी को संबोधित अंग्रेजी में लिखा एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें उसने राजेश, विवेक गुप्ता, अनिल रावत (पुलिस फैजाबाद) व आईपीएस अधिकारी आशीष तिवारी (एसएसएफ हेड लखनऊ) को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया। इनमें आशीष तिवारी पूर्व में अयोध्या जनपद के एसएसपी रहे हैं।
श्रद्धा ( Shraddha Gupta )ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि मेरे सुसाइड की वजह अशीष तिवारी, विवेक गुप्ता और अनिल रावत हैं। आई एम सॉरी फॉर दिस…।
पुलिस ने मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है। मृतका के परिवार में दीवाली से पहले ही मातम की चीखे सुनाई दे रही हैं। वह लखनऊ से अयोध्या पहुंच गए हैं। पीड़ित परिवार ने पूरे मामले की मुख्यमंत्री से न्याय की मांग की है।
एसएसपी शैलेश पांडे ने बताया कि सुसाइड नोट मिला है। उसकी जांच कराई जाएगी। उसमें कुछ नाम है, वह नाम कैसे आए हैं। उसकी जांच की जा रही है। जो तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।
श्रद्धा के परिवार से जुड़े दीप ने बताया कि शुक्रवार की शाम से ही घरवाले श्रद्धा को फोन कर रहे थे, लेकिन श्रद्धा की ओर से फोन रिसीव नहीं हुआ। शनिवार सुबह भी फोन किया गया तो कोई जवाब न मिलने पर मकान मालिक को सूचना दी गई। मकान मालिक ने श्रद्धा के कमरे में लगी खिड़की से देखा तो अंदर उसका शव फंदे से लटक रहा था।
श्रद्धा ( Shraddha Gupta )अपनी मेधा के बल पर उसने कम उम्र में स्केल वन अफसर की नौकरी प्राप्त की। विभागीय सह कर्मियों की मानें तो श्रद्धा 2015 से पंजाब नेशनल बैंक में कार्यरत थी। बतौर हेड क्लर्क उसने अपनी नौकरी की शुरुआत की थी और विभागीय परीक्षाओं को उत्तीर्ण कर वह अधिकारी के पद तक पहुंची थीं। गुरुवार को क्षेत्रीय कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुई थी। शुक्रवार को वह ड्यूटी पर भी नहीं आई थी।
आत्महत्या मामले में पिता राजकुमार गुप्ता की तहरीर पर आईपीएस आशीष तिवारी समेत तीन के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। श्रद्धा ने अपने सुसाइड नोट में इन तीनों को ही जिम्मेदार ठहराया था।