उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के आगरा (Agra) में पुलिस से परेशान सिकंदरा के रुनकता में मांगरौल गूजर निवासी कृष्ण मुरारी ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या (suicide) कर ली। उसने खुदकुशी से पहले फेसबुक पर लाइव भी किया। इसमें कहा है कि चचेरे भाई ने झूठा मुकदमा उसके और पिता के खिलाफ दर्ज करा दिया। पुलिस ने समझौते के नाम पर रुपये लिए, लेकिन कोई राहत नहीं दी। उल्टा उसके खिलाफ पाबंद करने की कार्रवाई कर दी। मुकदमा दर्ज होने से उसका सेना में भर्ती होने का सपना टूट गया। उसने अपने चाचा, चाची, चचेरे भाई और दरोगा को खुदकुशी के लिए जिम्मेदार ठहराया।
आगरा (Agra) में रुनकता स्थित रेलवे फाटक के पास सोमवार को मांगरौल गूजर निवासी कृष्ण मुरारी (19) पुत्र देवेंद्र परमार ट्रेन से कट गया था। इसकी जानकारी पर परिजन पहुंचे। वह शव ले गए। इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दिए बगैर ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया। गांव के कुछ लोगों से सूचना मिलने पर पुलिस गांव में पहुंची, लेकिन परिजनों ने कोई शिकायत नहीं की। मंगलवार को कृष्ण मुरारी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। यह आत्महत्या (suicide) से पहले का था। उसने यह फेसबुक पर लाइव किया था। इसमें उसने अपने चाचा पर आरोप लगाया कि उन्होंने झूठा मुकदमा उसके परिवार के खिलाफ दर्ज करा दिया। इससे मां-बाप को कर्ज लेना पड़ा। पुलिस कार्रवाई को भी कठघरे में खड़ा कर दिया।
ढाई मिनट के वीडियो में युवक कह रहा है कि मैं कृष्ण मुरारी, मांगरौल गूजर से हूं। मैं आज आत्महत्या (suicide)करने जा रहा हूं। इसकी वजह है कि मेरे चाचा लाखन, उनका बेटा मोनू है। उन्होंने बेफिजूल का केस लगा दिया है। करीब पांच महीने से मैं इससे भुगत रहा हूं। इससे मेरे मम्मी-पापा पर 50-60 हजार रुपये का कर्ज हो गया। परिवार की आर्थिक स्थिति खराब है। इस सभी के पीछे रुनकता चौकी है, यह बहुत चोर है। इसने हमको बहुत परेशान किया है। इनका पूरा साथ दिया है।
मैं निर्दोष था। मेरे भाई, पिता और मुझको फंसाया गया। आरोपी के भाई की सब्बल से उसके ही भाई का सिर फट गया था और केस हमारे ऊपर दर्ज करा दिया। इसमें कुछ होना नहीं था। इसमें पाबंद करने की कार्रवाई आगरा (Agra) पुलिस ने कर दी। मैं सेना में जाना चाहता था। यह मेरा सपना था। एक बार दौड़ भी पास कर ली थी। मैं अब सुसाइड करने जा रहा हूं। दरोगा केशव की बदली हुई है। उसने धोखा दिया। वह 10-12 हजार रुपये ले गया। राजीनामा नहीं कराया, जबकि हम बेकसूर थे। उसकी तरफ भी ध्यान दिया जाए। सिकंदरा थाना में लाखन सिंह ने रुपये देकर गलत रिपोर्ट बनवाई थी। उसकी पत्नी बहुत खराब है। मोनू, उसका पिता लाखन और मां लज्जा तीनों खराब हैं। उन्होंने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी।