मणिपुर ( Manipur )के चूड़ाचंद्रपुर जिले( Churachandpur district ) के सिंघट इलाके में शनिवार दोपहर आतंकियों ने असम राइफल्स के काफिले पर घात लगाकर हमला कर दिया। हमले में 46 असम राइफल्स (Assam Rifles ) के कमांडिंग अफसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी व् उनकी पत्नी-बेटे समेत कई जवान शहीद शहीद हो गए। काफिले में क्विक रिएक्शन टीम के साथ ही कमांडिंग ऑफिसर और उनका परिवार भी शामिल था। वारदात के बाद पूरे इलाके को घेर कर तलाश शुरू कर दिया गया है।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हमले को कायराना करार दिया है।
सूत्रों ने बताया कि 46 असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी शनिवार को एक फॉरवर्ड कैंप गए थे और वहां से वापस लौट रहे थे जब उनके काफिले पर घात लगाकर हमला किया गया।इस हमले में असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर समेत 5 जवान शहीद हो गए हैं। वहीं, कमांडिंग ऑफिसर की पत्नी और बेटे की भी इस हमले में मौत हो गई है।कर्नल त्रिपाठी छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के रायगढ़ जिले के रहने वाले थे।उनका जन्म 1980 में हुआ था। उन्होंने सैनिक स्कूल रीवा में पढ़ाई की थी।राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए), खडकवासला से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और फिर भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए), देहरादून में शामिल हो गए। 2001 में उन्हें रानीखेत में कुमाऊं रेजिमेंट में लेफ्टिनेंट के रूप में नियुक्त किया गया था, बाद में उन्होंने डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज (डीएसएससी) वेलिंग्टन से कमांड कोर्स पास किया। इसके बाद प्रोमोशन मिला था।
छत्तीसगढ़ में रायगढ़ के रहने वाले वरिष्ठ पत्रकार सुभाष त्रिपाठी के बड़े बेटे कर्नल विप्लव त्रिपाठी की करीब डेढ़ साल पहले ही मणिपुर में पोस्टिंग हुई थी। उससे पहले वह मेरठ कैंट में थे। पोस्टिंग के बाद करीब साल भर पहले घर आए थे। रिटायमेंट के बाद भी रायगढ़ में रहने का वादा किया था।
विप्लव त्रिपाठी के पिता सुभाष त्रिपाठी (76) एक वरिष्ठ पत्रकार और स्थानीय हिंदी दैनिक ‘दैनिक बयार‘ के संपादक हैं और मां आशा त्रिपाठी एक सेवानिवृत्त लाइब्रेरियन हैं।घटना की जानकारी मिलने के बाद से विप्लव के पिता सुभाष त्रिपाठी और उनकी पत्नी खामोश हैं। उनकी आंखों में आंसू नहीं है। पूरा शहर उनके घर और बाहर उमड़ पड़ा है। शहादत का पता चलते ही घर में मिलने वातों का तांता लगा है। लोगों की भीड़ देख बहुत मुश्किल से दोनों बाहर आए। इसके बाद से सुभाष त्रिपाठी चुपचाप बैठे हुए हैं। उनकी पत्नी जरूर बीच-बीच में आए हुए लोगों से बैठने का आग्रह कर देती हैं।
शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी को देशभक्ति विरासत में मिली थी,स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं संविधान निर्माता सभा के सदस्य रहे उनके दादा किशोरी मोहन त्रिपाठी के दिखाए रास्ते पर आगे बढ़ते हुए त्रिपाठी परिवार के दोनों बेटों ने सैनिक बनकर देश की सेवा करने का फैसला किया था। विप्लव के छोटे भाई अनय त्रिपाठी भी सैनिक स्कूल रीवा से पढ़ाई करने के बाद सेना में भर्ती हो गए। वह वर्तमान में शिलांग में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर तैनात हैं।
मणिपुर में सेना की टुकड़ी पर आतंकी हमलों में सात लोगों की मौत की जिम्मेदारी नागा पिपुल्स फ्रंट ने ली है। दहशतगर्दों ने कहा कि काफिले में कर्नल की पत्नी और बेटा की भी मौत हो गई। इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी। इस आतंकी हमले से पूरा देश आक्रोशित है। दहशतगर्दों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है।
मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने इस घटना को कायरतापूर्ण बताते हुए कहा, “46 असम राइफल्स के काफिले पर हुए इस कायराना हमले की कड़ी निंदा करता हूं। इसमें सुरक्षाबल के जवानों के साथ कमांडिंग अफसर और उनके परिवार की भी जान गई। राज्य के सुरक्षाबल और पैरा मिलिट्री इन आतंकियों को खोजने के काम में जुटे हैं। हमले को अंजाम देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।”
मणिपुर में हुए आतंकी घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया है। प्रधानमंत्री ने कहा- मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर हुए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। मैं उन सैनिकों और परिवार के सदस्यों को श्रद्धांजलि देता हूं, जो आज शहीद हुए हैं। उनके बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं।
File photos of Colonel Viplav Tripathi, Commanding Officer of 46 Assam Rifles, his wife and 8-year-old son who lost their lives in a terrorist attack on a convoy of Assam Rifles in Churachandpur, Manipur today pic.twitter.com/g1sbXsEw0c
— ANI (@ANI) November 13, 2021
Strongly condemn the cowardly attack on a convoy of 46 AR which has reportedly killed few personnel including the CO & his family at CCpur today. The State forces & Para military are already on their job to track down the militants. The perpetrators will be brought to justice.
— N.Biren Singh (@NBirenSingh) November 13, 2021
Strongly condemn the attack on the Assam Rifles convoy in Manipur. I pay homage to those soldiers and family members who have been martyred today. Their sacrifice will never be forgotten. My thoughts are with the bereaved families in this hour of sadness.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 13, 2021
General MM Naravane #COAS & All Ranks offer deepest condolences to the bereaved families of following #Bravehearts of #AssamRifles who made the supreme sacrifice today in Manipur: –
Col Viplav Tripathi
Rfn NK Konyak
Rfn Shyamal Das
Rfn Suman Swargiary
Rfn RP Meena pic.twitter.com/NZeyuCypJu— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) November 13, 2021