Friday, September 20, 2024

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Uttar Pradesh : पीलीभीत में कोचिंग में पढ़ने जा रही 12वीं की छात्रा को दरिंदे खीच ले गये गन्ने के खेत में, सामूहिक दुष्कर्म के बाद कर दी हत्या,चीखें कोई न सुन पाये मुंह में ठूंसा कपड़ा

In Pilibhit, a class 12 student going to study in coaching was dragged to the sugarcane field, murdered after gang rape

  (  ) जिले में कोचिंग में पढ़ने जा रही छात्रा को दरिंदे खीच ले गये गन्ने के खेत में  सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी ।  चींखे कोई सुन न पाये इसलिए उसके मुंह कपड़ा ठूस दिया। आरोपियों की दरिंदगी की गवाही देने वाले घटनास्थल को देख पुलिस भी हैरान रह गई है।

करीब 14 घंटों से लापता छात्रा का शव मिलने के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैली हुई है। उसके मुंह में ठूंसा हुआ कपड़ा और शरीर पर पड़े निशानों को देख पुलिस भी हैवानियत का अंदाजा लगाकर आश्चर्य कर रही है

मामला पीलीभीत (Pilibhit ) जिले के बरखेड़ा थानाक्षेत्र के एक गांव की है, जहां कक्षा 12वीं की 16 वर्षीय छात्रा शनिवार सुबह पौने सात बजे घर से कोचिंग पढ़ने के लिए निकली थी, लेकिन वह कोचिंग नहीं पहुंची और न ही कोचिंग के बाद स्कूल पहुंची। जब शाम साढ़े पांच बजे तक वह घर नहीं लौटी तो परिजनों को चिंता हुई। परिवार वालों ने पहले सहेलियों और शिक्षकों से पूछा, लेकिन जब कहीं कुछ पता नहीं चल सका तो रात 9 बजे पुलिस को सूचना दी।

इसके बाद गांव में फिर से तलाश की गई। रात करीब 11 बजे गांव के बाहर नहर के किनारे गन्ने के खेत में नग्न अवस्था में छात्रा का शव मिला। उसके मुंह में कपड़ा ठूंसा हुआ था। प्राइवेट पार्ट से खून निकल रहा था। उसके शरीर पर और मुंह में भी चोटें थीं।

स्कूल बैग, साइकिल और छात्रा के जूते पास में ही पड़े थे। बीयर की चार खाली बोतलें, नमकीन के खाली पैकेट और अधजली सिगरेट पड़ीं थीं। पिता की ओर से अज्ञात के विरूद्ध दर्ज कराई गई रिपोर्ट में सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या की बात कही गई है।

पीलीभीत (Pilibhit ) पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर रात में ही पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। नामजद सचिन समेत कई युवकों को पकड़कर पूछताछ की जा रही है।उधर किशोरी की हत्या के बाद से गांव में दहशत का माहौल है और ग्रामीण गुस्से में दिख रहे हैं, तनाव को देखते हुए पूरे गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।  कई थानों की फोर्स अभी भी गांव में लगाई गई है।

जिस बेटी को दरिंदों ने मार डाला वह डॉक्टर बनकर दूसरों के जख्मों पर मरहम लगाने के सपने देख रही थी। लेकिन अब उसके शरीर पर इतने जख्म दे दिए गए कि अब उसे देख कर परिजनों के आंसू नहीं रुक रहे हैं।

पोस्टमॉर्टम हाउस के बाहर मृतका के बड़े भाई ने बताया कि हम गांव में रहते हैं। बहुत सुख सुविधाएं नहीं हैं, लेकिन हमारी बहन पढ़ना चाहती थी। हमारे परिवार ने भी उसके सपनों को पूरा करने की कोई कसार नहीं छोड़ी है। मेरी बहन सुबह 5 बजे उठती थी। एक घंटे में वह खुद तैयार होती। मां की मदद करती और अपना नाश्ता लेकर साइकिल से कोचिंग पढ़ने निकल जाती थी।

सुबह 7 बजे से 9 बजे तक वह कोचिंग पढ़ती फिर 9 से 3 बजे तक स्कूल करती। इसके बाद 3 से 5 फिर कोचिंग करके साढ़े 5 बजे तक घर वापस आ जाती थी। उसका सपना था कि वह डॉक्टर बने। शनिवार को भी वह कोचिंग में टेस्ट देने गई थी लेकिन लौट कर घर नहीं पहुंची।

भाई ने बताया कि गांव और आसपास के क्षेत्र में बेहतर इलाज की सुविधा नहीं थी। यही बात मेरी बहन के लिए प्रेरणा बनी और उसने डॉक्टर बनने की ठान ली। वह हाईस्कूल में 73% से ज्यादा मार्क्स लेकर आई। पढ़ाई का उसमे जुनून सा था। कोचिंग और स्कूल के बाद भी जब वह घर लौटती तो घर के काम निपटा कर अपनी पढ़ाई करती थी।

भाई का कहना है कि मेरी बहन को दरिंदों ने मार डाला। मेरी छोटी बहन की उम्र 9 साल की है। अब तो उसे अकेला छोड़ने में भी डर लगेगा। यह हमारे लिए डरावने सपने जैसा है। अब घर में हम भाई और बहन और मां-पिता बचे हैं।

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Raju Upadhyay

Raju Upadhyay is a veteran journalist with experience of more than 35 years in various national and regional newspapers, including Sputnik, Veer Arjun, The Pioneer, Rashtriya Swaroop. He also served as the Managing Editor at Soochna Sahitya Weekly Newspaper.