उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के दो विश्वविद्यालयों के कुलपति ( Vice-Chancellor ) रह चुके अब बिहार (Bihar ) में मगध विश्वविद्यालय (Magadh University) के कुलपति प्रोफेसर राजेंद्र प्रसाद( Prof. Rajendra Prasad )आखिरकार स्पेशल विजिलेंस यूनिट (एसवीयू) के निशाने पर आ गए हैं। बुधवार की सुबह-सुबह एसवीयू की टीम ने सरकारी 20 करोड़ रुपये के गबन से जुड़े मामले में कुलपति के गया स्थित कार्यालय, आवास पर धावा बोला और सर्च आपरेशन शुरू किया है। स्पेशल विजिलेंस यूनिट की निगाहें लंबे समय से कुलपति राजेंद्र प्रसाद पर थी। टीम इनसे जुड़े साक्ष्य काफी समय से एकत्र कर रही थी। पुख्ता सबूत हाथ लगने के बाद मगध विवि के कुलपति, इनके सहायक सुबोध कुमार, मेसर्स पूर्वा ग्राफिक्स, बीर कुंवर सिंह विवि के वित्त पदाधिकारी ओमप्रकाश, पाटलिपुत्र विवि के रजिस्ट्रार जितेंद्र कुमार व अन्य अज्ञात के खिलाफ धारा 120 बी, 420 आइपीसी, पीसी एक्ट 1988 व अन्य धाराओं में केस दर्ज किया। एसवीयू ने यह केस 16 नवंबर को दर्ज किए।
मामला दर्ज करने के बाद स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने विशेष कोर्ट से सर्च आपरेशन की अनुमति मांगी। अनुमति मिलने के बाद बुधवार की सुबह की एसवीयू की अलग-अलग टीमों ने मगध विश्वविद्यालय (Magadh University) के कुलपति राजेंद्र प्रसाद के ठिकानों पर धावा बोला और जांच शुरू कर दी। सूत्रों ने बताया कि राजेंद्र प्रसाद पर 20 करोड़ रुपये के सरकारी धन के गबन के आरोप हैं। इसके अलावा भी इन पर दूसरे भी कई आरोप हैं।
उनके ठिकानों पर स्पेशल विजिलेंस यूनिट की तीन टीमों ने छापेमारी की है। इसमें गोरखपुर स्थित पैतृक आवास और बोधगया में 2 ठिकाने शामिल हैं। मगध विश्वविद्यालय (Magadh University) के कुलपति राजेंद्र प्रसाद के खिलाफ 20 करोड़ से अधिक की अवैध खरीदारी का आरोप है। ये खरीददारी उन्होंने मगध यूनिवर्सिटी और वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी के कुलपति रहते की। बताया जा रहा है कि कुलपति ने अपने रिश्तेदार की एजेंसी से करोड़ों की अवैध खरीददारी की। इस दौरान कुलपति ने निविदा की प्रक्रिया और नियम का घोर उल्लंघन किया।
बता दें कि यह छापामारी फरवरी 2021 में दर्ज एक मामले के तहत की जा रही है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से शिकायत की गई थी। निगरानी विभाग की इस कार्रवाई से मगध विश्वविद्यालय के अधिकारियों एवं कर्मियों में हड़कंप मचा है। बता दें कि इसके पहले भी मगध विवि कुलपति रहे प्रो अरुण कुमार सहित कई कुलपतियों, अधिकारियों व कर्मियों के खिलाफ निगरानी की कार्रवाई हो चुकी है। बता दें कि कुलपति मंगलवार की देर रात ही अवकाश के बाद गया पहुंचे थे और बुधवार की सुबह लगभग 7 बजे निगरानी की टीम ने उनके आवास पर दस्तक दे दी।
प्रोफेसर राजेन्द्र प्रसाद दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय( Deen Dayal Upadhyaya Gorakhpur University )और इलाहाबाद स्टेट विवि प्रयागराज के कुलपति रह चुके हैं। वे रक्षा अध्ययन विषय के आचार्य हैं। साल 2019 में उन्हें बिहार के मगध यूनिवर्सिटी का कुलपति बनाया गया था। इससे पहले वे इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय को कुलपति भी रह चुके हैं।