राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने मंडल रेल प्रबन्धक (DRM) कार्यालय अजमेर ( Ajmer ) में कार्यालय अधीक्षक (OS) सहीराम( Sahiram )को चालीस हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। आरोपी सहीराम मीणा ने यह राशि टेक्निकल कर्मचारी से अजमेर ट्रांसफर करवाने की ऐवज में ली थी। आरोपी के आवास व अन्य ठिकानों की तलाशी ली जा रही है।
एसीबी डीजी बीएल सोनी के अनुसार, एसीबी अजमेर इकाई को परिवादी की ओर से शिकायत दी गई। उसका स्थानान्तरण अजमेर ( Ajmer ) करवाने की एवज में मंडल रेल प्रबन्धक अजमेर के कार्यालय अधीक्षक सहीराम मीणा की ओर से एक लाख रुपए की रिश्वत मांगकर परेशान किया जा रहा है। जिस पर एसीबी अजमेर इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सतनामसिंह ने शिकायत का सत्यापन कराया।
उप अधीक्षक अनूपसिंह व उनकी टीम ने सेंगरपुरा, करोली हाल रेलवे आवास अजमेर ( Ajmer )निवासी सहीराम मीणा को चालीस हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा। आरोपी ने 40 हजार रुपए पहले ले लिए थे। अजमेर एसीबी के एसपी समीरकुमार सिंह के नेतृत्व में आरोपी के आवास व अन्य ठिकानों की तलाशी ली जा रही है।और उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।
इससे पहले एसीबी ने उत्तर मध्य रेलवे आगरा, रेलवे आगरा ( North Central Railway AGRA Division )के एईएन रमेश सिंह को अलवर में डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था । हैरानी की बात भारत सरकार के अधीन रेलवे के अफसरो को राज्य सरकार के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो( एसीबी )ने रिश्वतखोरी में पकड़ रहा है ।
एईएन रमेश सिंह को रेलवे ठेकेदार से डेढ़ करोड़ रुपए के बिल पास करने के डेढ़ लाख रुपए रिश्वत मांगी थी, जिसके बाद 18 जुलाई को एसीबी की टीम ने रामगढ कस्बे में उत्तर मध्य रेलवे आगरा ( North Central Railway AGRA Division ) के एईएन रमेश सिंह को रिश्वत की राशि के साथ गिरफ्तार कर लिया था ।