जम्मू-कश्मीर ( Jammu and Kashmir) के कटड़ा स्थित माता वैष्णो देवी (Mata Vaishno Devi temple ) श्राइन बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार ने दर्शन को आने वाले यात्रियों से कोरोना नियमों का पूर्णतया पालन करने की अपील की है। उन्होंने 72 घंटों तक पुरानी कोरोना रिपोर्ट या दोनों खुराक ले चुके लोगों को ही यात्रा की अनुमति दी। इसके अलावा बोर्ड की ओर से जारी निर्देशों में कहा गया है कि अगर किसी यात्री के पास ये सब नहीं है, तो उसकी मौके पर ही जांच की जाएगी।साथ ही बिना मास्क के पवित्र गुफा में श्रद्धालुओं को अनुमति नहीं होगी।
रिपोर्ट नकारात्मक आने पर ही उसे भवन की ओर प्रस्थान करने की अनुमति मिलेगी। यात्रियों के लिए पहले से ही मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। साथ ही भवन मार्ग पर शारीरिक दूरी बनाए रखने और अपने साथ मास्क लगाने की सलाह दी गई है। कोविड-19 के मद्देनजर अपनाए जाने वाले विभिन्न एहतियाती उपायों के बारे में तीर्थयात्रियों को यात्रा मार्ग पर लगाए गए बहुउद्देश्यीय ऑडियो सिस्टम और हाई-टेक वीडियो वॉल से भी नियमित जागरूक किया जा रहा है।
माता वैष्णो देवी (Mata Vaishno Devi temple )की यात्रा के लिए कटड़ा पहुंचे 61 यात्री रैपिड टेस्ट किए जाने पर संक्रमित पाए गए। इसके बाद उनको वापस भेज दिया गया। अब जिले में 226 सक्रिय मामले हो गए हैं। शनिवार को 11 लोग कोरोना मुक्त भी हुए। जिले में पिछले चार दिनों में 195 मामले संक्रमण के मिल चुके हैं।
मामलों में बढ़ोत्तरी होती देख प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को नियमों का पालन करने को कहा है। हालांकि जिले में अब तक किसी भी क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन नहीं बनाया गया है।

कोरोना के नए वेरिएंट ‘ओमिक्रोन के साथ ही तीसरी लहर की आशंका से हर कोई चिंतित है तो दूसरी तरफ माता वैष्णो देवी (Mata Vaishno Devi temple )के आधार शिविर कटड़ा में अचानक लगातार संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। गत शुक्रवार को कटड़ा में संक्रमण के 31 मामले सामने आए थे तो वहीं शनिवार को यह आंकड़ा बढ़कर 61 तक जा पहुंचा। ब्लाक मेडिकल आफिसर (बीएमओ) कटड़ा डॉ. गोपाल दत्त ने बताया कि कटड़ा में निजी कर्मचारियों के 50 फीसद टेस्ट किए जा चुके हैं और आगे भी लगातार जारी हैं। होटल, गेस्ट हाउस, धर्मशाला के अलावा दुकानों, रेहड़ी, फड़ी आदि पर कार्य करने वाले कर्मचारियों के भी टेस्ट निरंतर जारी हैं।
होटल व धर्मशाल संचालकों को निर्देश दिए गए हैं कि अगर कोई श्रद्धालु बीमार है तो तुरंत स्वस्थ्य विभाग को सूचित करें।रिपोर्ट नकारात्मक आने पर ही उसे भवन की ओर प्रस्थान करने की अनुमति मिलेगी। यात्रियों के लिए पहले से ही मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। साथ ही भवन मार्ग पर शारीरिक दूरी बनाए रखने और अपने साथ मास्क लगाने की सलाह दी गई है।