चेन्नई (Chennai) के पूनमल्ली इलाके की रहने वाली 11वीं कक्षा की एक छात्रा ने यौन शोषण का शिकार होने के बाद आत्महत्या कर ली। अपनी जान देने से पहले नाबालिग किशोरी ने तीन पत्र भी लिखे। भावुक कर देने वाले पत्र में उसने अपने अकेलेपन, उत्पीड़न के खिलाफ अपनी लड़ाई के बारे में लिखा है। यह भी बताया है कि जब वह तनाव के इस दौर से गुजर रही थी तब न तो उसका स्कूल और न ही घर सुरक्षित साबित हुआ।
चेन्नई (Chennai) पुलिस को उसके लिखे तीन पेज का सुसाइड नोट मृतका के घर से मिला है और पुलिस इसी के जरिए मामले की जांच कर रही है। किशोरी एक सरकारी स्कूल की छात्रा थी। नोट में उसने लिखा है कि सुरक्षित जगहें केवल दो हैं… मां की कोख और कब्र। उसके माता-पिता का कहना है कि पहले छात्रा एक निजी स्कूल में पढ़ती थी। वहां एक शिक्षक के बेटे ने उसका उत्पीड़न किया था। तब वह नौवीं कक्षा में थी। इसके बाद उसका एडमिशन सरकारी स्कूल में कराया था।
चेन्नई (Chennai) से सटे मांकडू इलाके की 17 वर्षीय छात्रा पूनमल्ली के सरकारी गर्ल्स 11वीं कक्षा की पढ़ाई कर रही थी. कल दोपहर अपनी मां के साथ घर पर मौजूद छात्रा ने अचानक अपने कमरे में जाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
छात्रा के माता-पिता ने कहा, “हमारी बेटी एक निजी स्कूल में जाती थी। उस निजी स्कूल के शिक्षक के बेटे ने मेरी बेटी का यौन उत्पीड़न किया। उसे गिरफ्तार किया जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए ।

छात्रा ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि स्कूल सुरक्षित नहीं हैं। टीचर्स पर भी भरोसा नहीं किया जा सकता। मानसिक रूप से परेशान होने की वजह से मैं न पढ़ पा रही हूं और न ही सो पा रही हूं। हर मां-बाप को अपने बच्चों और लड़कों को सिखाना चाहिए कि लड़कियों का सम्मान करें। सुसाइड नोट के आखिर में छात्रा ने अपने रिश्तेदारों और टीचर का जिक्र करते हुए लिखा- और यौन उत्पीड़न बंद करो। जस्टिस फॉर मी।
बताया गया है कि चेन्नई के मनकट में 11वीं कक्षा के छात्र की आत्महत्या के मामले में पुलिस 3 लोगों की जांच कर रही है। पुलिस ने छात्रा का मोबाइल फोन और पत्र जब्त कर लिया है और जांच कर रही है। पुलिस 17 साल के लड़के समेत 3 युवकों को हिरासत ले लिया है।
तमिलनाडु में बीते कुछ हफ्तों में सेक्शुअल हैरेसमेंट की वजह से चार लड़कियांआत्महत्या कर चुकी हैं। इनमें दो मामलों में टीचर ही आरोपी थे। इस तरह की घटनाएं लगातार होने पर राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एक वीडियो मैसेज जारी कर कहा था कि जब भी किसी की जान जाती है तो मुझे बहुत तकलीफ होती है। इस तरह के कदम उठाने की जगह पीड़ितों को आरोपियों की शिकायत दर्ज कर उन्हें सजा दिलानी चाहिए।