महाराष्ट्र (Maharashtra ) में पांच महीने में जून से अक्तूबर 2021 के दौरानकी है। महाराष्ट्र के मंत्री विजय वेडवेट्टिवार ने आज विधानसभा में यह जानकारी दी।वडेट्टीवार महाराष्ट्र सरकार में आपदा प्रबंधन, राहत और पुनर्वास विभाग के मंत्री हैं, उन्होंने सदन को लिखित जानकारी देते हुए बताया कि पांच महीनों के दौरान 1076 किसानों ने राज्य में आत्महत्या की है।
उन्होंने बताया कि किसानों की आत्महत्या का ये आंकड़ा जून 2021 से अक्टूबर 2021 के बीच का है और आंकड़े के मुताबिक रोजाना 7 किसानों( farmers ) ने आत्महत्या की है। वडेट्टीवार ने बताया कि आत्महत्या करने वाले इन किसानों में से 491 को जिला स्तर की संबंधित कमेटियों ने राज्य सरकार की महात्मा ज्योतिराव फुले कर्ज माफी योजना का पात्र भी घोषित किया है। इन किसानों के परिजनों को योजना के तहत आर्थिक मदद पहुंचाई जा चुकी है।
महाराष्ट्र सरकार के मंत्री विजय वडेट्टिवार के मुताबिक इन किसानों ( farmers )की आत्महत्या का प्रमुख कारण था कर्ज का भारी बोझ और उसे चुका पाने की उनकी असमर्थता।वडेट्टिवार ने बताया कि प्राकृतिक आपदाओं और मिट्टी के उपजाऊ न होने के चलते किसान कर्ज न चुका पाने की स्थिति में आ गए थे।इसी के साथ पारिवारिक और निजी समस्याओं ने किसानों की स्थिति को और बिगाड़ दिया और वो आत्महत्या जैसा कदम उठाने को मजबूर हो गए ।
केंद्र की सत्ता में काबिज नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले बजट सत्र के दौरान बताया था कि भारत में साल 2019 के दौरान 5,957 किसानों ने आत्महत्या की थी, वहीं साल 2018 में ये आंकड़ा 5,763 था ।लोकसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने फरवरी 2021 में बताया था कि 2019 के दौरान हर तीन घंटे में औसतन दो किसानों ने आत्महत्या की है।
इन आंकड़ों के अनुसार देश में किसानों की आत्महत्या के 45 प्रतिशत मामले महाराष्ट्र से थे. साल 2019 में महाराष्ट्र के 2,680 किसानों ने आत्महत्या की थी. महाराष्ट्र के बाद सबसे ज्यादा किसान आत्महत्या के मामले कर्नाटक में सामने आए थे
1076 farmers committed suicide in Maharashtra in 5 months – June to October 2021: Maharashtra Minister Vijay Wadettiwar informs Maharashtra Legislative Assembly in a written reply
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— ANI (@ANI) December 24, 2021