महात्मा गांधी ( Mahatma Gandhi ) पर अमर्यादित टिप्पणी करने वाले संत कालीचरण महाराज( Sant Kalicharan Maharaj ) को मध्यप्रदेश के खजुराहो से गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की रायपुर ( Raipur ) पुलिस ने की है। कालीचरण पर भड़काऊ भाषण देने के आरोप में कई जगह मुकदमे दर्ज किए गए थे।
बता दें कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की जहां एक संगठन द्वारा आयोजित धर्म संसद में धर्मगुरु कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी के बारे में अपमानजनक शब्द कहे थे और नाथूराम गोडसे को बापू की हत्या के लिए सही ठहराया था। इसके बाद कालीचरण महाराज के खिलाफ बीते रविवार को रायपुर के टिकरापारा थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 505 (2) (वर्गों के बीच शत्रुता, घृणा या द्वेष पैदा करने वाले बयान देना) और 294 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
रायपुर के एएसपी अभिषेक माहेश्वरी ने बताया कि रायपुर पुलिस को सूचना मिली थी कि संत कालीचरण महाराज ( Sant Kalicharan Maharaj ) खजुराहो से 25 किलोमीटर दूर बागेश्वर धाम के पास किराए का कमरा लेकर रुके हुए थे। उन्होंने अपने सभी मोबाइल बंद कर रखे थे। देर शाम तक टीम आरोपित को लेकर रायपुर पहुंचेगी, जिसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।
ससे पहले छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में धर्मगुरु कालीचरण महाराज ( Sant Kalicharan Maharaj ) ने महात्मा गांधी के बारे में अपमानजनक शब्द कहते हुए कहा कि नाथूराम गोडसे ने बापू की हत्या कर सही कदम उठाया था। कालीचरण दास ने कहा कि इस्लाम का लक्ष्य राजनीति के माध्यम से राष्ट्र पर कब्जा करना है। हमारी आंखों के सामने उन्होंने 1947 में कब्जा कर लिया था। उन्होंने पहले ईरान, इराक और अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था। उन्होंने राजनीति के माध्यम से बांग्लादेश और पाकिस्तान पर कब्जा कर लिया था। मैं नाथूराम गोडसे को सलाम करता हूं कि उन्होंने गांधी की हत्या कर दी… इसके बाद लोगों ने तालियां भी बजाईं।
इसके अलावा कालीचरण महाराज ने कहा था कि हमारा मुख्य कर्तव्य क्या है- धर्म की रक्षा करना। हमें सरकार में एक कट्टर हिंदू राजा (नेता) का चुनाव करना चाहिए, भले ही कोई भी हो। इसके आगे बोलते हुए कहा कि “हमारे घरों की महिलाएं बहुत अच्छी और सभ्य हैं और वे मतदान के लिए नहीं जाती हैं। जब सामूहिक दुष्कर्म होंगे तो आपके घर की महिलाओं का क्या होगा। महामूर्खों… मैं उन लोगों को बुला रहा हूं जो वोट देने के लिए बाहर नहीं जाते हैं।”