मुंबई के व्यापारी ने शुक्रवार को मध्यप्रदेश( Madhya Pradesh ) के बुरहानपुर (Burhanpur ) में बस स्टैंड स्थित लॉज में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। करीब 17 दिन पहले भी उसने यहीं आकर आत्महत्या का प्रयास किया था।
तब उसने परिजन को वीडियो कॉल कर कहा था कि उसने हाथ की नस काट ली है। तब उसने परिजन को लॉॅज का नाम नहीं बताया था, लेकिन सूचना पर करीब 10 मिनट में ही पुलिस ने उसे ढूंढ लिया था। एक बार फिर वह बुरहानपुर पहुंचा और दूसरी लॉज में कमरा किराए पर लिया। कमरे के अंदर जाली से रस्सी बांधकर फांसी लगा ली।
मुंबई का व्यापारी विकास उपाध्याय 17 दिन पहले बुरहानपुर ( Burhanpur ) जिले के मेट्रो लॉज में रुका था। तब उसने अपने हाथ की नस काटकर परिवार को वीडियो कॉलिंग कर दिखाया था। इसकी सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को मिलने पर कोतवाली पुलिस की टीम ने तुरंत लॉज खंगालते हुए विकास उपाध्याय को मेट्रो लॉज से लहूलुहान अवस्था में जिला अस्पताल में भर्ती कराया था।
17 दिन पहले जिला अस्पताल में भर्ती मुंबई का व्यापारी विकास उपाध्याय कुछ भी बताने से इनकार करता रहा। जब उससे पूछा गया कि क्या पारिवारिक कारणों के कारण ऐसा किया गया है तब भी उसने कोई जवाब नहीं दिया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना देर रात की करीब एक बजे की है।
कुछ दिन उपचार करने के बाद वह वापस बुरहानपुर ( Burhanpur )आया। इस बार वह 25 दिसंबर से बस स्टैंड की सवेरा लॉज में रुका हुआ था। 31 दिसंबर की सुबह जब देर तक वह नहीं उठा तो लॉज संचालक मोहम्मद यासीन ने उसे फोन लगाया। जब उसने फोन नहीं उठाया तो संचालक ने रोशनदान से झांककर देखा। विकास उपाध्याय रस्सी के फंदे पर लटका हुआ था।