गृह मंत्रालय (MHA) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ( PM Modi )की फिरोजपुर (पंजाब) की यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर चूक की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है। इस तीन सदस्यीय समिति का नेतृत्व सुधीर कुमार सक्सेना, सचिव (सुरक्षा), कैबिनेट सचिवालय करेंगे। इसमें बलबीर सिंह, संयुक्त निदेशक, आईबी और एस सुरेश, आईजी, एसपीजी शामिल होंगे। समिति को जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है।
बता दें कि गौरतलब है कि पंजाब (Punjab) के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Modi )की सुरक्षा में बुधवार को उस वक्त ‘गंभीर चूक’ की घटना हुई, जब फिरोजपुर में कुछ प्रदर्शनकारियों ने उस सड़क मार्ग को अवरुद्ध कर दिया जहां से उन्हें गुजरना था। इस वजह से प्रधानमंत्री एक फ्लाईओवर पर करीब 20 मिनट तक फंसे रहे। घटना के बाद प्रधानमंत्री किसी कार्यक्रम में शामिल हुए बिना दिल्ली लौट आए।
इससे पहले भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस में आरोप और प्रत्यारोप के सिलसिले के बीच पंजाब सरकार ने पूरे प्रकरण की जांच के लिए दो सदस्यीय समिति गठित कर दी थी। इन सबके बीच देश भर में भाजपा नेताओं ने प्रधानमंत्री के दीर्घायु होने की कामना करने हुए मंदिरों में पूजा-अर्चना की और महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी किया।उधर, इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने पीएम की सुरक्षा में चूक पर जांच की बात कही है। उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि पीएम की सुरक्षा हर राज्य की जिम्मेदारी है।
पंजाब दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Modi )की सुरक्षा में हुई चूक का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। राजनीतिक बयानबाजी के बाद अब मामला सुप्रीम कोर्ट से लेकर राष्ट्रपति तक के पास पहुंच गया है। देश के 16 पूर्व DGP और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 27 पूर्व अधिकारियों ने राष्ट्रपति को प्रधानमंत्री सुरक्षा में हुई चूक तथा पंजाब सरकार की चूक को लेकर त्वरित कार्यवाही एवं जवाबदेही तय करने की मांग की है।
इसके साथ ही उन्होंने प्रदर्शनकारियों के साथ मिलकर राज्य सरकार द्वारा ‘जानबूझकर और सुनियोजित तरीके से सुरक्षा चूक” का आरोप लगाया। राष्ट्रपति को लिखे एक पत्र में पूर्व आईपीएस अधिकारियों ने कहा कि यह “देश के इतिहास में सबसे गंभीर सुरक्षा चूकों में से एक था जिसे साजिश और मिलीभगत से अंजाम दिया गया।’ उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदर्शनकारियों द्वारा प्रधानमंत्री के मार्ग को अवरुद्ध करना न केवल सुरक्षा में एक बड़ी चूक थी बल्कि तथाकथित प्रदर्शनकारियों के साथ राज्य मशीनरी की मिलीभगत का खुला प्रदर्शन भी किया।
Ministry of Home Affairs(MHA) has constituted a committee to enquire into the serious lapses in the security arrangements during Hon’ble Prime Minister Shri Narendra Modi’s visit to Ferozepur, Punjab on 05.01.2022,which led to the exposure of the VVIP to grave security risk.
— Spokesperson, Ministry of Home Affairs (@PIBHomeAffairs) January 6, 2022