छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) एंटी करप्शन ब्यूरो के निलंबित अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जीपी सिंह( IPS GP Singh ) को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया है। छह महीने से फरार आईपीएस अधिकारी जीपी सिंह को राज्य की एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने तब पकड़ा, जब वे अपने वकील से मिलकर उनके चेंबर से बाहर आए थे। मंगलवार को सिंह सुप्रीम कोर्ट के इस बड़े वकील से मिलने आए थे और बाहर निकलते समय उन्हें टीम ने घेर लिया। टीम में DSP सपन चौधरी और इंस्पेक्टर नितिन उपाध्याय के साथ दो पुलिस अधिकारी और थे। इन लोगों ने सिंह को अपनी गाड़ी में बैठाया और सीधे एयरपोर्ट ले आए। में बैठाया और सीधे एयरपोर्ट ले आए।
आय से अधिक संपत्ति, राजद्रोह जैसे मामलों में छत्तीसगढ़ एसीबी के चीफ रह चुके जीपी सिंह ( IPS GP Singh )साल 2021 के जुलाई महीने से फरार थे। उनके ठिकानों पर 1 जुलाई की सुबह 6 बजे छत्तीसगढ़ एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) – आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू)की टीमों ने रायपुर, राजनांदगांव और ओडिशा में एक साथ छापा मारा था। इसमें 10 करोड़ से अधिक संपत्ति और कुछ आपराधिक दस्तावेज मिले थे। इसके बाद भी बड़े पैमाने पर उनकी चल-अचल संपत्तियां मिली थीं।फिलहाल जीपी सिंह सस्पेंड चल रहे हैं।
आय से अधिक संपत्ति, राजद्रोह जैसे मामलों में जीपी सिंह साल 2021 के जुलाई महीने से फरार थे। अब एसीबी की टीम उन्हें मंगलवार रात को ही रायपुर लेकर आएगी। बुधवार को ही उन्हें कोर्ट में पेश किया जा सकता है। कुछ दिन पहले जीपी सिंह ( IPS GP Singh )की तलाश में दिल्ली गई छत्तीसगढ़ पुलिस की एक टीम के 4 अफसर कोरोना की वजह से संक्रमित हो गए थे। जीपी सिंह अलग-अलग मामलों में पुलिसिया कार्रवाई से बचने कोर्ट में गिरफ्तारी या पुलिस एक्शन रोकने की मांग करने के आवेदन दे चुके थे। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने भी उन्हें राहत देने से इनकार कर दिया था।