प्रवर्तन निदेशालय (ED) के संयुक्त निदेशक रहे राजेश्वर सिंह (Rajeshwar Singh ) का वीआरएस सोमवार को स्वीकार हो गया। अब वह राजनीति में अपनी किस्मत आजमाएंगे। जल्द ही वह भाजपा में शामिल होंगे लखनऊ की सरोजनी नगर विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार हो सकते हैं।
राजेश्वर सिंह (Rajeshwar Singh ) वही हैं, जिन्होंने सहारा प्रमुख सुब्रत राय को हाउसिंग फाइनेंस के नाम पर लोगों से गैर-कानूनी तरीके से 24000 करोड़ लेने के आरोप में जेल भिजवा दिया था। वहीं, एयरसेल-मैक्सिस डील को हरी झंडी देने के लिए तब के वित्त मंत्री पी चिदंबरम को पानी पिला दिया। इनके अलावा बतौर ईडी ऑफिसर राजेश्वर सिंह 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले, कोयला घोटाले, कॉमनवेल्थ गेम्स स्कैम जैसे केस की जांच में शामिल रहे हैं। उन्होंने छह महीने पहले प्रवर्तन निदेशालय से वीआरएस देने का अनुरोध किया था। वीआरएस के लिए आवेदन के वक्त राजेश्वर ईडी लखनऊ जोन के संयुक्त निदेशक के रूप में कार्यरत थे। उनकी गिनती सुपरकॉप में होती है।
राजेश्वर सिंह 1996 में पीपीएस अधिकारी चुने गए थे। सीओ के पद पर रहते उनकी छवि एनकाउंटर स्पेशलिस्ट की बनी।राजेश्वर सिंह के नाम 13 एनकाउंटर हैं। इसके बाद 2009 में वह ईडी में चले गए। उनके परिवार और रिश्तेदारों में कई अधिकारी हैं। पत्नी लक्ष्मी सिंह लखनऊ रेंज की आईजी हैं। बहनोई राजीव कृष्ण एडीजी आगरा जोन हैं। एक और बहनोई वाईपी सिंह आईपीएस रहे, उन्होंने भी वीआरएस लिया था। एक भाई और एक बहन आयकर में अधिकारी हैं।
As my professional journey of 24 years turns to a transition today, on this occasion, I express my deep seated gratitude to the Hon PM Shri @narendramodi ji, Hon HM Shri @AmitShah ji and FM Smt @nsitharaman ji, CM Shri @myogiadityanath ji, Shri S K Mishra, Director ED and 1/2 pic.twitter.com/IBXP1TaSoE
— Rajeshwar Singh (@RajeshwarS73) January 31, 2022
UP Polls: Former ED joint director Rajeshwar Singh takes VRS, sources say will contest from Sultanpur on BJP ticket
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— ANI Digital (@ani_digital) January 31, 2022