पंजाब (Punjab) चुनाव से ठीक 13 दिन पहले अगस्त 2017 से सुनारिया जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा ( Dera Sachcha Sauda ) प्रमुख गुरमीत राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim) को सरकार ने 21 दिन की फरलो दे दी है। राम रहीम गुरुग्राम डेरे पर पुलिस की निगरानी में रहेगा। सोमवार दोपहर उसका काफिला सुनारिया जेल से निकला। जिसके बाद गुरुग्राम पहुंचा।
राम रहीम को पुलिस की निगरानी में जेल से गुरुग्राम डेरे पर ले जाया गया। कानून व्यवस्था को लेकर पुलिस अधीक्षक उदय सिंह मीना पुलिस अधिकारियों की तीन दौर की बैठक ले चुके हैं।
जानकारी के अनुसार गुरमीत राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim) 21 दिन की फरलो पर गुरुग्राम में रहेगा। आज शाम 4:00 बजे के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच उसे गुड़गांव के साउथ सिटी में स्थित डेरे पर लाया गया। इसके लिए संयुक्त पुलिस आयुक्त, डीसीपी ईस्ट, एसीपी सदर ने डेरे का निरीक्षण किया।
राम रहीम की रिहाई को पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम के रूप में देखा जा रहा है, जहां 20 फरवरी को मतदान होगा। सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा प्रमुख का पंजाब की कई विधानसभा सीटों पर प्रभाव है।
राम रहीम की रिहाई पंजाब में चुनाव से 13 दिन पहले हुई है। पंजाब के 23 जिलों में 300 बड़े डेरे हैं, जिनका सीधा दखल सूबे की राजनीति में है। यह डेरे पंजाब के माझा, मालवा और दोआबा क्षेत्र में अपना वर्चस्व रखते हैं।
डेरा सच्चा सौदा हरियाणा के सिरसा जिले में स्थित है। इसका पंजाब के मालवा रीजन की करीब 69 सीटों पर प्रभाव है। गुरमीत राम रहीम की रिहाई के मद्देनजर सुनारिया जेल के बाहर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। सिरसा डेरा के प्रमुख राम रहीम का 21 दिन की फरलो (छुट्टी) का आवेदन हरियाणा जेल विभाग पहले ही मंजूर कर चुका था। रोहतक के कमिश्नर के दस्तखत के बाद उसे जेल से बाहर लाया गया।
गुरमीत राम रहीम(Gurmeet Ram Rahim) को फरलो मिलने की जानकारी सिरसा डेरे को मिलते ही वहां से 10 गाड़ियों का एक काफिला राम रहीम को लेने रोहतक की सुनारिया जेल के लिए रवाना हुआ। इसमें राम रहीम की मां नसीब कौर समेत कई सेवादार शामिल थे। डेरे में श्रद्धालु भी खुशियां मनाने लगे हैं। राम रहीम दो साध्वियों से दुष्कर्म और दो हत्याओं के मामले में सुनारिया जेल रोहतक में सजा काट रहा है।
डेरे की स्थापना 1948 में शाह मस्ताना ने की थी। 1960 में शाह सतनाम डेरे की गद्दी पर बैठे। इसके बाद 1990 में 23 साल की उम्र में राम रहीम डेरे की गद्दी पर बैठा था। साल 2006-07 में डेरा सच्चा सौदा ने राजनीतिक विंग बनाई। इसमें डेरा प्रमुख के विश्वासपात्र लोग शामिल हैं। साथ ही हर राज्य की 45 सदस्यीय कमेटी भी गठित की गई।