उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में तीसरे चरण ( Third Phase )का प्रचार शुक्रवार शाम थम गया। इस चरण में 16 जिलों की 59 सीटों पर रविवार को वोट डाले जाएंगे। सत्तारूढ़ भाजपा व मुख्य विपक्षी दल सपा समेत सभी दलों के दिग्गज नेता अंतिम समय तक हवा का रुख अपनी तरफ मोड़ने के लिए चुनाव वाले क्षेत्रों में जुटे रहे।
तीसरा चरण ( Third Phase ) दोनों ही प्रमुख दलों भाजपा व सपा के लिए अहम माना जा रहा है। इस चरण में कई जिले ऐसे हैं जो कभी समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता था, लेकिन पिछले चुनाव में भाजपा ने यहां जबरदस्त सेंधमारी की थी और 59 में से 49 सीटें जीतीं थीं। सपा-कांग्रेस गठबंधन को 9 सीट मिली थी। सपा के लिए चुनौती अपने गढ़ को दोबारा पाने की है वहीं भाजपा के लिए चुनौती अपना पिछला रिकार्ड दोहराने की है।
तीसरे चरण ( Third Phase ) में मुख्य रूप से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल, प्रदेश के मंत्री सतीश महाना, नीलिमा कटियार, राम नरेश अग्निहोत्री, पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव व रामवीर उपाध्याय की किस्मत का फैसला होगा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि तीसरे चरण में हाथरस, फिरोजाबाद, एटा, इटावा, कासगंज, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, कन्नौज, औरैया, कानपुर नगर, कानपुर देहात, जालौन, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर व महोबा जिले में मतदान की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। शनिवार को पोलिंग पार्टियां रवाना होंगी। तीसरे चरण में 2.15 करोड़ मतदाता 627 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।

तीसरे चरण ( Third Phase ) के लिए 15553 मतदान केंद्र और 25741 मतदेय स्थल बनाए गए हैं। तीसरे चरण में सबसे अधिक 15-15 प्रत्याशी एटा, ललितपुर की मेहरौनी और महोबा सीट पर हैं। जबकि सबसे कम मात्र तीन प्रत्याशी मैनपुरी की करहल सीट पर हैं। यहां सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का मुकाबला केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल और बसपा के कुलदीप नारायण से है।
शुक्रवार शाम को प्रचार थमने से पहले सत्तारूढ़ भाजपा व मुख्य विपक्षी दल सपा समेत सभी दलों ने अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए पूरी ताकत लगा दी। सीएम योगी ने मैनपुरी के करहल तथा कानपुर में पार्टी उम्मीदवारों के समर्थन में सभाएं व रोड शो किया। दूसरी तरफ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जालौन व कानपुर में पार्टी उम्मीदवारों के लिए वोट मांगे।
इसके अलावा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, सपा के शिवपाल सिंह यादव समेत बसपा व कांग्रेस के अन्य नेता भी तीसरे चरण के चुनाव वाले क्षेत्रों में डटे रहे। प्रचार बंद होने के बाद प्रत्याशी व उनके समर्थक जनसंपर्क करके वोटरों को लुभाने की कवायद में जुटे हैं।16 जिलों की 59 सीटों पर 20 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। दोनों ही प्रमुख दलों भाजपा व सपा के लिए यह चरण अहम माना जा रहा है। इस चरण में कई जिले ऐसे हैं जो कभी समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता था, लेकिन पिछले चुनाव में भाजपा ने यहां जबरदस्त सेंधमारी की थी और 59 में से 49 सीटें जीतीं थीं। सपा-कांग्रेस गठबंधन को 9 सीट मिली थी। सपा के लिए चुनौती अपने गढ़ को दोबारा पाने की है वहीं भाजपा के लिए चुनौती अपना पिछला रिकार्ड दोहराने की है।
तृतीय चरण में 16 जिलों (हाथरस, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, एटा, औरैया, फिरोजाबाद, कानपुर देहात, कासगंज, कन्नौज, इटावा, कानपुर नगर, जालौन, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर, महोबा) के 59 विधानसभा क्षेत्रों में 20 फरवरी को होगा मतदान।#AssemblyElections2022 #ECI pic.twitter.com/y1FGsmXAtM
— CEO UP #DeshKaMahaTyohar (@ceoup) February 19, 2022