वरिष्ठ पत्रकार (senior journalist )और इंडियन एक्सप्रेस के राष्ट्रीय ब्यूरो प्रमुख रवीश तिवारी(Ravish Tiwari )का दो साल तक कैंसर से जूझने के बाद निधन हो गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।
रवीश तिवारी (40) (Ravish Tiwari )के परिवार में पत्नी पूजा, भाई और माता-पिता हैं। उनके पारिवारिक मित्रों के मुताबिक, शुक्रवार को तिवारी को गुरुग्राम स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शनिवार सुबह वहां उनका निधन हो गया।
उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के देवरिया ( Deoria)के एक गाँव के रवीश तिवारी (Ravish Tiwari )की शुरुआती शिक्षा नवोदय विद्यालय से हुई। आईआईटी बॉम्बे से बी.टेक + एम.टेक करने के बाद वह 2005-06 में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी गए। रवीश तिवारी उस वर्ष रोड्स स्कॉलरशिप हासिल करने वाले छह लोगों में शामिल थे। इसके बाद रवीश ने तमाम लुभावने कॅरिअर का विकल्प छोड़कर पत्रकारिता को चुना।हमेशा चेहरे पर एक मुस्कान के साथ देखे जाने वाले रवीश एक आर्थिक दैनिक समाचार पत्र और एक पत्रिका में काम करने के बाद पिछले 12 वर्षों से दैनिक समाचार पत्र इंडियन एक्सप्रेस से जुड़े थे।
राष्ट्रपति कोविंद ने ट्वीट कर कहा, ‘‘रवीश तिवारी (Ravish Tiwari )के लिए पत्रकारिता एक जुनून था, और उन्होंने इसे आकर्षक व्यवसायों को छोड़कर चुना था। उनके पास रिपोर्टिंग और तीक्ष्ण कमेंट्री के लिए एक गहरी समझ थी। उनके असामयिक निधन से मीडिया जगत में एक अलग आवाज हमेशा के लिए शांत हो गई है। उनके परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ पत्रकार के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि रवीश तिवारी गहरी समझ वाले और विनम्र स्वभाव के व्यक्ति थे। मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘नियति ने रवीश तिवारी को बहुत जल्दी ही हमसे छीन लिया। मीडिया जगत में उनके निधन से एक शानदार करियर और प्रतिभा का अंत हो गया। मुझे उनकी रिपोर्ट पढ़ने में आनंद आता था और मैं समय-समय पर उनसे बात भी करता था। वह गहरी समझ रखने वाले और विनम्र स्वभाव के व्यक्ति थे। उनके परिजनों और दोस्तों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ओम शांति।’
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुग्राम में उनके परिवार से मिलकर शोक व्यक्त किया। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, भूपेंद्र यादव, अनुराग ठाकुर, पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता जयराम रमेश और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अलावा कई लोगों ने उनके निधन पर शोक संवेदनाएं व्यक्त की।