उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के आगरा (Agra) शहर में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन( एफएसडीए ) ने मंगलवार को पीर कल्याणी में अग्रवाल फूड इंडस्ट्रीज पर छापा मारा। यहां ‘रसोई रतन’ (‘Rasoi Ratan’ ) ब्रांड का आटा दलिया और बेसन तैयार हो रहा था। गोदाम में घटिया किस्म का गेहूं मिला, इसमें सड़े-गले चूहे मिले। घटिया किस्म का एक कुंतल गेहूं नष्ट कराते हुए दलिया और बेसन का नमूना जांच के लिए लिया है। फैक्टरी मालिक को नोटिस भी दिया गया है।
जिला अभिहित अधिकारी अमित कुमार सिंह ने बताया कि दोपहर करीब डेढ़ बजे एफएसडीए के मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी राम आशीष मौर्य ने टीम के साथ छापा मारा। मौके पर ‘रसोई रतन’ (‘Rasoi Ratan’ ) फ्लोर मिल के मालिक राजेश अग्रवाल मिले। गेहूं के भंडारण का हाल देखा तो मरे हुए चूहे मिले, बिल्ली और चूहों के मल बिखरे हुए थे। चूहा मारने की दवा भी पाई गई।
जहां चूहे मरे हुए थे, उस गेहूं का इकट्टा कराते हुए नष्ट करा दिया। ये गेहूं एक कुंतल से अधिक होगा। यहां ‘रसोई रतन’ (‘Rasoi Ratan’ ) ब्रांड में तैयार आटा नहीं था, ऐसे में यहां तैयार हो रहे दलिया और बेसन का नमूना लेकर जांच के लिए भेजा है। नोटिस देकर सुधार करने की हिदायत भी दी है।
टीम को छापे में गोदाम में भारी गंदगी मिली। सीलन थी और जाले लगे हुए थे। साफ-सफाई नहीं थी। गोदाम में नौ कर्मचारी कार्य करते मिले। ये एप्रिन और ग्लव्स नहीं पहने हुए थे। संचालक को नोटिस दिया गया है। छापे के वक्त टीम में खाद्य सुरक्षा अधिकारी अवधेश पाराशर, बसंत गुप्ता, करतार सिंह आदि रहे।
अधिकारियों ने फूड इंडस्ट्रीज मालिक से पूछा कि इस गेहूं से आटा तैयार करोगे, तो उन्होंने बताया कि आधुनिक मशीनें हैं, इसमें से खराब गेहूं मशीन अलग कर देती है। इस पर कहा कि चूहे मारने की दवा-मरे चूहों की दुर्गंध को कैसे दूर करोगे। इससे किसी की सेहत पर विपरीत प्रभाव पड़ा तो क्या होगा, इस पर वह चुप हो गए।