महाराष्ट्र (Maharashtra ) की उद्धव सरकार में कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik ) पर बड़ी कार्रवाई हुई है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने बुधवार सुबह नवाब मलिक के घर पर छापेमारी की है। बताया जा रहा है कि घर में पूछताछ करने के बाद करीब साढ़े सात बजे अधिकारी नवाब मलिक को अपने साथ ईडी कार्यालय ले गए। सुबह 8:30 बजे से उनसे ईडी कार्यालय में पूछताछ की जा रही है।जानकारी के मुताबिक, ईडी ने यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग और अंडरवर्ल्ड कनेक्शन मामले में की है, लेकिन इस कार्रवाई के बाद राज्य में सियासी पारा चढ़ गया है।
नवाब मलिक के कार्यालय के मुताबिक, सुबह ईडी नवाब मलिक के आवास पर आई थी। वे उनके साथ उनके वाहन से ईडी कार्यालय गए। मलिक के बेटे एडवोकेट आमिर मलिक उनके साथ हैं।
बताया जा रहा है कि अंडरवर्ल्ड की गतिविधियों, संपत्ति की अवैध रूप से कथित खरीद-फरोख्त और हवाला लेनदेन के संबंध में ईडी ने 15 फरवरी को मुंबई में छापेमारी की थी और एक नया मामला दर्ज किया था। जिसके बाद मलिक (Nawab Malik )से पूछताछ की जा रही है।
प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को माफिया सरगना दाउद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर को महाराष्ट्र की ठाणे जेल से गिरफ्तार किया था। ईडी ने दाउद और उसके सहयोगियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस दर्ज किया है। इकबाल कासकर से इसी मामले में पूछताछ जारी है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इकबाल कासकर ने नवाब मलिक (Nawab Malik )का नाम भी लिया था, जिसके बाद ईडी की टीम उनसे पूछताछ कर रही है। इससे पहले ईडी ने विशेष कोर्ट में कहा कि इकबाल कासकर अपने भाई दाऊद इब्राहिम की वैश्विक आतंकवादी की छवि का इस्तेमाल कर सेलिब्रिटीज और बिल्डरों से फिरौती वसूलता था।
नवंर, 2021 में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ( Devendra Fadnavis )ने नवाब मलिक (Nawab Malik )को लेकर खुलासा किया था। फडणवीस ने कहा था कि नवाब मलिक ने मुंबई में दाऊद के करीबियों से जमीन खरीदी थी। इसमें एक मुंबई बम धमाकों में शामिल था। उन्होंने आरोप लगाया था कि बम धमाकों में उम्र कैद की सजा काट रहे शहा वली खान और हसीना पारकर के करीबी सलीम पटेल के साथ नवाब मलिक के व्यवसायिक संबंध हैं।
फडणवीस ने आरोप लगाया था कि कि सलीम पटेल के पावर ऑफ अटॉर्नी वाली कुर्ला में तीन एकड़ जमीन सॉलिडस नाम की कंपनी को बेची गई थी, जो नवाब मलिक की कंपनी है। यह कंपनी शहा वली खान के माध्यम से खरीदी गई थी। उन्होंने कहा कि जब जमीन का सौदा 2003 में हुआ तब भी नवाब मलिक मंत्री थी। 2019 में उन्होंने कंपनी से इस्तीफा दे दिया था। फडणवीस ने कहा था कि, नवाब मलिक और उनके रिश्तेदारों की कुल पांच ऐसी प्रॉपर्टी पकड़ी हैं, जिसमें चार का संबंध अंडरवर्ल्ड से है।
नवाब मलिक पर कार्रवाई के बाद एनसीबी चीफ शरद पवार ने भी भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि नवाब मलिक को केंद्र सरकार के खिलाफ बोलने की सजा मिल रही है। केंद्रीय एजेंसियों का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे, जब उनके खिलाफ भी ऐसा ही माहौल बनाया गया था।
एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने भी नवाब मलिक पर कार्रवाई की निंदा की है। उन्होंने कहा कि, कई दिनों से भाजपा के लोग ट्वीट कर रहे थे कि नवाब मलिक और महा विकास अघाड़ी के खिलाफ ईडी का नोटिस आएगा। वे उन्हें बिना किसी नोटिस के सीधे ईडी कार्यालय ले गए। पता नहीं उन्होंने कौन सी नई राजनीति शुरू की है। यह महाराष्ट्र का अपमान है।
ED team had arrived at the residence of NCP leader and Maharashtra Minister Nawab Malik earlier this morning and had taken him along with them to their office later.
— ANI (@ANI) February 23, 2022