Friday, September 20, 2024

Crime, Finance, INDIA, News

आयकर विभाग ने ऑनलाइन क्रिकेट में सट्टा खिलाने वाले गैंग पर मारा छापा, 600 करोड़ के नकद कारोबार का खुलासा

I-T dept raids online cricket betting group; detects Rs 600-cr cash turnover
  (  )ने ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी और गेमिंग( online cricket betting and gaming) में लगे मुंबई के एक व्यापारिक समूह पर छापेमारी की। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के मुताबिक, शुरुआती जांच में पिछले छह महीने में 600 करोड़ रुपये से अधिक का नकद कारोबार होने का खुलासा हुआ है। सीबीडीटी ने बताया कि 15 फरवरी को मुंबई, दिल्ली, सूरत, जयपुर, पुणे और कोलकाता की 29 जगहों पर छापेमारी की गई थी।

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने अपने बयान में कहा कि समूह गुप्त तरीके से काम कर रहा था और उसने कानून प्रवर्तन एजेंसियों से अपनी आय को छुपाया था। सीबीडीटी ने कहा कहा कि अब तक 550 करोड़ रुपये से अधिक की सूचीबद्ध प्रतिभूतियां और 30 बैंक खाते अस्थायी रूप से कुर्क किए जा चुके हैं। साथ ही विदेशी मुद्रा सहित 3.08 करोड़ रुपये की नकदी  और 81 लाख रुपये के आभूषण भी जब्त किए गए हैं।

सीबीडीटी ने बताया कि अज्ञात समूह मुंबई से संचालित होता है. ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी और गेमिंग( online cricket betting and gaming) में उसने विभिन्न शहरों में एजेंटों और क्षेत्र प्रबंधकों का एक विस्तृत नेटवर्क है जो निजी ऑपरेटरों द्वारा क्लाउड सर्वर पर होस्ट की गई वेबसाइटों का उपयोग करते हैं।

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने अपने बयान में कहा कि तलाशी के दौरान पता चला कि ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी और गेमिंग( online cricket betting and gaming) ग्राहकों को आईडी और पासवर्ड आवंटित करने के बाद एजेंट या एरिया मैनेजर उनसे नकद लेने के बाद उनके खातों में अंक जमा करते हैं। इसके बाद हवाला ऑपरेटरों के माध्यम से नकदी को मुंबई भेजा जाता है। सीबीडीटी ने कहा कि कार्रवाई के दौरान कई दस्तावेज और डाटा बरामद किया गया है। इसमें दैनिक नकद लेनदेन से जुड़ी सारी जानकारी है।

 

Vijay Upadhyay

Vijay Upadhyay is a career journalist with 23 years of experience in various English & Hindi national dailies. He has worked with UNI, DD/AIR & The Pioneer, among other national newspapers. He currently heads the United News Room, a news agency engaged in providing local news content to national newspapers and television news channels