एक हिमालयन योगी “शिरोमणि ”के इशारे पर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का संचालन करने वाली पूर्व सीएओ चित्रा रामकृष्ण ( Chitra Ramkrishna ) को सीबीआई ने को-लोकेशन घोटाला मामले में गिरफ्तार कर लिया है। इसकी जानकारी एक अधिकारी ने दी।
अधिकारियों ने बताया कि रामकृष्ण को दिल्ली में गिरफ्तार किया गया और उन्हें मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया। उन्होंने बताया कि बाद में उन्हें सीबीआई मुख्यालय में हवालात में रखा गया है। चित्रा को सोमवार को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया जाएगा जहां सीबीआई आगे की पूछताछ के लिए रिमांड की मांग करेगी।अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई ने रामकृष्ण से लगातार तीन दिनों तक पूछताछ की और उनके आवास पर तलाशी ली।
अधिकारियों ने कहा कि वह उचित जवाब नहीं दे रही थीं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला के एक वरिष्ठ मनोवैज्ञानिक की सेवाएं भी लीं, जिन्होंने भी उनसे पूछताछ की। अधिकारियों ने कहा कि मनोवैज्ञानिक भी इस निष्कर्ष पर पहुंचे थे कि एजेंसी के पास उन्हें गिरफ्तार करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
एक दिन पहले ही विशेष सीबीआई अदालत ने पूर्व प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) चित्रा रामकृष्ण ( Chitra Ramkrishna )को बड़ा झटका दिया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ( NSE) को-लोकेशन मामले में शनिवार को कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। चित्रा पर हिमालयन योगी के इशारे पर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ( National Stock Exchange ) का संचालन करने और संवेदनशील जानकारी साझा करने का आरोप है।
मामले में बीते दिनों सीबीआई ने एनएसई के पूर्व ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर (जीओओ) आनंद सुब्रमण्यम को चेन्नई स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया था और दावा किया था कि वही हिमालयन योगी हैं। आनंद सुब्रमण्यम पर आरोप है कि वह एनएसई के कामकाज में दखल देते थे।
इसके साथ ही वह एनएसई की पूर्व सीईओ चित्रा रामकृष्ण ( Chitra Ramkrishna ) को सलाह दिया करते थे और वह उनके इशारे पर काम किया करती थीं। चित्रा रामकृष्ण अप्रैल 2013 से दिसंबर 2016 तक एनएसई की एमडी और सीईओ थी।
इससे पहले सीबीआई ने कार्रवाई करते हुए नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के पूर्व समूह संचालन अधिकारी और चित्रा रामकृष्ण ( Chitra Ramkrishna ) के सलाहकार आनंद सुब्रमण्यम चेन्नई से गिरफ्तार किया गया था। आनंद सुब्रमण्यम पर आरोप है कि वे एनएसई के कामकाज में दखल देते थे। वो एनएसई की पूर्व सीईओ को सलाह दिया करते थे और वह उनके इशारे पर काम किया करती थीं।
गौरतलब है कि बीते दिनों से एनएसई स्कैम से संबंधित खबरें चर्चा में थी कि चित्रा रामकृष्ण हिमालय में रहने वाले किसी योगी से अपने कामकाज में मदद लेती थीं। बाद में इस तरह की खबरें आईं कि वो योगी और कोई नहीं बल्कि आनंद सुब्रमण्यम ही थे। रिपोर्ट के मुताबिक, चित्रा ने खुद के निर्दोष होने का दावा किया था और उनका कहना है कि कोई उन्हें फंसा रहा है।
यह मामला कुछ ब्रोकरों को एनएसई की को-लोकेशन सुविधा के जरिए सूचना के मामले में तरजीह देने से जुड़ा है। इसके तहत कुछ ब्रोकरों को कथित रूप से लॉगिन और डार्क फाइबर तक जल्दी पहुंच की सुविधा उपलब्ध थी। डार्क फाइबर के तहत ब्रोकरों को एक्सचेंज के आंकड़े सेकेंड के कुछ हिस्से पहले ही मिल जाते थे। ब्रोकरों को जल्दी सूचना मिलने से उन्हें अच्छा खासा लाभ हो सकता है।
CBI arrests former Managing Director & Chief Executive Officer of National Stock Exchange (NSE), Chitra Ramkrishna, from a location in Delhi, in connection with the co-location scam case: Sources
— ANI (@ANI) March 6, 2022