बांग्लादेश (Bangladesh )में कट्टरपंथियों ने एक बार फिर हिंदू मंदिर को निशाना बनाया है। गुरुवार शाम ढाका के इस्कॉन ( ISKCON ) राधाकांता मंदिर पर 200 लोगों की भीड़ ने हमला कर तोड़फोड़ और लूटपाट की घटना को अंजाम दिया। इस हमले में तीन लोगों के घायल होने की खबर है। हमलावरों की भीड़ की अगुआई हाजी शफीउल्लाह कर रहा था।
रिपोर्ट के मुताबिक, यह मंदिर ढाका के वारी में 222 लाल मोहन साहा स्ट्रीट में बना हुआ है। गुरुवार शाम करीब 7 बजे हाजी सैफुल्लाह की अगुवाई में 200 से अधिक लोग मंदिर में जबरन घुसे और तोड़फोड़ शुरू कर दी।यही नहीं भीड़ ने मंदिर में लूटपाट भी की, इस दौरान मंदिर में मौजूद कुछ लोगों से मारपीट भी की गई, जिस वजह से वह घायल हो गए।हमले में सुमंत्रा चंद्र श्रवण, निहार हल्दार, राजीव भद्र और अन्य कई लोग भी जख्मी हुए हैं।
इस्कॉन ( ISKCON )इंडिया के वाइस प्रेसीडेंट राधारमण दास ने ट्विटर पर लिखा कि डोल यात्रा और होली समारोह की पूर्व संध्या पर यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। उन्होंने लिखा, “हमें आश्चर्य है कि संयुक्त राष्ट्र हजारों असहाय बांग्लादेशी और पाकिस्तानी अल्पसंख्यकों की पीड़ा पर चुप्पी साधे हुए है। इतने सारे हिंदू अल्पसंख्यकों ने अपनी जान, संपत्ति खो दी है, लेकिन अफसोस है कि संयुक्त राष्ट्र चुप है।
राधारमण दास ने लिखा कि कुछ दिन पहले संयुक्त राष्ट्र ने इस्लामोफोबिया से निपटने के लिए 15 मार्च को अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में घोषित करने का प्रस्ताव पारित किया। आश्चर्य है कि वही संयुक्त राष्ट्र हजारों असहाय बांग्लादेशी और पाकिस्तानी अल्पसंख्यकों की पीड़ा के प्रति मौन है। उन्होंने ये भी लिखा कि द कश्मीर फाइल्स ने हिन्दुओं को जगाया है, फिर से मत सोना।
पिछले साल भी दुर्गा पूजा के दौरान चांदपुर जिले में भीड़ ने हिंदू मंदिर पर हमला कर दिया था। इस दौरान 3 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद बांग्लादेश हिंदू यूनिटी काउंसिल ने प्रधानमंत्री शेख हसीना से हिंदुओं को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की थी।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के अधिकारों के लिए काम करने वाली संस्था एकेएस की रिपोर्ट में बताया गया है कि 9 साल के भीतर बांग्लादेश में हिंदुओं के ऊपर लगभग 4000 बार हमले हुए। इनमें से तो 1678 केवल धार्मिक मामले थे। इसके अलावा अन्य अत्याचार की घटनाएं भी सामने आईं।
The High Commission of India is in touch with Bangladeshi authorities. As per reports, an ISKCON-affiliated Radhakanta Jeev temple in the Wari area of Dhaka, Bangladesh was attacked on March 17. Around 150-200 people were involved in the violence at the ISKCON temple: Sources
— ANI (@ANI) March 18, 2022