राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ( एसीबी ) ने भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम के तहत भरतपुर एसीबी की टीम ने कोटा रेलमंडल वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक (senior DCM ) के अधिकारी अजय कुमार पाल ₹ 20 हजार की घूस लेते हुए पकड़ा है। आरोप है कि भरतपुर स्टेशन के खानपान निरीक्षक हेमराज मीणा से चॉर्जशीट फाइल करने की एवज में दलाल महेश शर्मा की मार्फत ये घूसखोर रिश्वत वसूल रहा था।
भरतपुर एसीबी एएसपी महेश मीणा ने बताया कि परिवादी हेमराज मीणा खान पान निरीक्षक रेलवे स्टेशन भरतपुर ने 29 मार्च को शिकायत जिसने बताया था कि 16 मार्च को वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक (senior DCM ) अजय कुमार पाल द्वारा चार्जशीट दी गई थी। जो उसे 22 मार्च को मिली।उसका जवाब 28 मार्च को भिजवा दिया था। इसके बाद 29 मार्च को हिंडौन सिटी रेलवे स्टेशन पर कैटरिंग वेंडर का काम करने वाले महेश कुमार शर्मा ने फोन करके चार्जशीट फाइनल करवाने की बात कहते हुए 20 हजार का खर्चा पानी मांगा।
शिकायत पर 29 मार्च को सत्यापन में रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई। जिसके बाद 31 मार्च को परिवादी, केटरिंग वेंडर के साथ कार्यालय मंडल रेलवे प्रबंधक कोटा पहुंचा। परिवादी से 20 हजार की रिश्वत लेकर केटरिंग वेंडर ने सीनियर डीसीएम (senior DCM ) अजय कुमार पाल को दिए। अजय पाल ने रिश्वत की रकम अपनी टेबल की रैक में रख ली। इधर इशारा मिलते ही एसीबी भरतपुर की टीम ने आरोपी को दबोच लिया।अजय कुमार पाल 2012 बैच के भारतीय रेलवे यातायात सर्विस अधिकारी (IRTS) अफसर हैं।आरोपी अजय कुमार यूपी के संत रविदास नगर जिले के भदोही कोतवाली के गांव नयनपुर का निवासी है।
रिश्वत लेने के आरोपी वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अजयकुमार पाल ने शुक्रवार दोपहर को डीआरएम के साथ कोटा-रूठियाई रेलमार्ग का निरीक्षण किया। इसके बाद शाम को रिश्वत लेते पकड़ा गया।