भाजपा सांसद मुकेश राजपूत ने फर्रुखाबाद (Farrukhabad) जिले का नाम पांचाल नगर( ‘Panchal Nagar’ )करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में जिले के ऐतिहासिक नगरों में शामिल कंपिल, श्रृंगीरामपुर और शमसाबाद का उल्लेख भी किया। उन्होंने कहा कि फर्रुखाबाद पांचाल क्षेत्र की राजधानी हुआ करती थी।
फर्रुखाबाद (Farrukhabad) का संबंध महाभारत काल से है। राजा द्रुपद की राजधानी कभी यहां हुआ करती थी और इसे पांचाल क्षेत्र के नाम से जाना जाता था। द्रौपदी का ‘स्वयंवर’ वहीं हुआ था। पांडवों ने ‘अज्ञातवों’ के दौरान एक मंदिर बनाया, यह अभी भी वहां है
सांसद ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि फर्रुखाबाद का नाम पांचाल नगर ( ‘Panchal Nagar’ ) करना बेहद जरूरी है। जिला का कंपिल नगर राजा द्रुपद की राजधानी थी। यहां द्रोपदी का स्वयंवर हुआ था। द्रुपद की सेना छावनी में रहती थी। सेना को दो बड़े रेजीमेंट भी हैं।
कंपिल जैन और हिंदुओं के लिए खासा महत्व रखता है। यही नहीं, महात्मा गौतम बुद्ध का स्वर्ग से अवतरण संकिसा में हुआ। वहां श्रीलंका, कंबोडिया, थाईलैंड, वर्मा, जापान आदि देशों से पर्यटक आते हैं। काशी की तरह फर्रुखाबाद शहर में जगह-जगह चंद कदमों की दूरी पर शिवालय होने के कारण अपराकाशी के नाम से यह प्रसिद्ध है।
फर्रुखाबाद (Farrukhabad) के सांसद ने पत्र में लिखा कि कलयुग के हनुमान कहे जाने वाले बाबा नीबकरोरी महाराज की तपोस्थली भी यहीं है। उनके नाम से रेलवे स्टेशन भी है। मुगल शासक फर्रुशियर ने 1714 में भारतीय पौराणिक संस्कृति को नष्ट करने के उद्देश्य से ऐतिहासिक नगर का नाम फर्रुखाबाद कर दिया था।
1714 में मुगल शासन के दौरान फर्रुखसियर ने इसका नाम फर्रुखाबाद रखा था। हम चाहते हैं कि नाम हमारी विरासत के अनुसार हो ताकि लोगों को अच्छा लगे। हमने सीएम से अनुरोध किया है कि इसका नाम बदलकर पांचाल नगर( ‘Panchal Nagar’ ) या अपराकाशी कर दिया जाए।इस निर्णय से जिले की जनता बेहद खुश होगी।
Farrukhabad has links to Mahabharat era. Capital of king Drupada used to be here once & it used to be known as Panchala area. ‘Swayamvar’ of Draupadi took place there. Pandavas built a temple during ‘agyatvas’, it’s still there: Mukesh Rajput, BJP MP from Farrukhabad, UP pic.twitter.com/xbCIAm53xo
— ANI (@ANI) April 1, 2022