ताजमहल (Taj Mahal ) समेत सभी स्मारकों को पर्यटक विश्व धरोहर दिवस (World Heritage Day ) पर 18 अप्रैल को निशुल्क देख सकेंगे। इस दिन कोई टिकट लागू नहीं होगी। ऐसा विश्व धरोहर दिवस के मौके पर किया जा रहा है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने 18 अप्रैल को सभी स्मारकों को निशुल्क करने का आदेश जारी कर दिया है। इससे ताजमहल देखने के लिए भारतीय पर्यटकों को 250 और विदेशी पर्यटकों को 1300 रुपये नहीं देने होंगे।
सोमवार यानी 18 अप्रैल को विश्व धरोहर दिवस (World Heritage Day )पर सभी स्मारकों में निशुल्क प्रवेश किया जा सकेगा। लोगों को इन धरोहरों के प्रति जागरुक करने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण 18 अप्रैल को फतेहपुर सीकरी में फोटो प्रदर्शनी तथा बच्चों के लिए जागरुकता कार्यक्रम करेगा। सभी स्मारकों पर पर्यटकों को जागरुक करने वाले बैनर लगाए जाएंगे, जिनमें स्मारकों को न खुरचने, नाम न लिखने, पत्थरों को नुकसान न पहुंचाने की अपील की जाएगी।
अधीक्षण पुरातत्वविद राजकुमार पटेल ने कहा कि हमारी धरोहरों को सहेजने और विरासतों को बचाने के लिए नई पीढ़ी को संदेश देना है, इसलिए स्मारकों में विश्व धरोहर दिवस (World Heritage Day )पर नि:शुल्क प्रवेश किया जा सकेगा। बच्चों को स्मारकों के संरक्षण के प्रति जागरुक किया जाएगा।
विश्व धरोहर दिवस पर ताज व्यू प्वाइंट को नि:शुल्क किया गया है। इस महीने 15, 22 और 29 अप्रैल को ताज व्यू प्वाइंट से नि:शुल्क दीदार किया जा सकेगा। महताब बाग स्थित ताज व्यू प्वाइंट से ताज बेहद करीब से दिखता है। 11 सीढ़ी पार्किंग से यहां तक पहुंचने के लिए पर्यटकों के लिए गोल्फ कार्ट भी संचालित होंगी।
भारतीय विश्व धरोहरों की बात करें तो भारत में वर्तमान में 40 विश्व धरोहरे हैं। यूनेस्को ने भारत में कुल 40 विश्व धरोहरें घोषित की है। इनमें सात प्राकृतिक, 32 सांस्कृतिक और एक मिश्रित स्थल हैं। भारत में सबसे पहली बार एलोरा की गुफाओं (महाराष्ट्र) को विश्व विरासत स्थल घोषित किया था। वहीं अगर 39वीं और 40वीं विश्व विरासत की बात करें तो कालेश्वर मंदिर तेलंगाना में स्थित है। वहीं 40वां विश्व धरोहर हड़प्पा सभ्यता का शहर धोलावीरा है। वहीं यूनेस्को द्वारा घोषित सबसे ज्यादा विश्व विरासत महाराष्ट्र में है। महाराष्ट्र में पांच यूनेस्को विश्व विरासत स्थल हैं।