Friday, September 20, 2024

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Rajasthan: जालोर में सूदखोरों से परेशान व्यापारी ने की आत्महत्या,चार पेज के सुसाइड नोट में लिखा- 70 हजार के 3 लाख दे चुका, अब इज्जत बचाने का यही तरीका

Troubled by moneylenders in Rajasthan's Jalore, businessman commits suicide

 (  ) के    (  ) जिले के जसवंतपुरा इलाके में सूदखोरों से परेशान एक किराना व्यापारी ने जहर खाकर   ( ) कर ली। व्यापारी का लिखा एक 4 पेज का एक   भी मिला है। इसमें लिखा- मेरी मौत का कारण कर्ज है। सिर्फ 70 हजार का कर्ज लिया था। इसके 3 लाख रुपए चुका दिए थे। अभी भी एक लाख रुपए की डिमांड की जा रही थी। ब्याज भरने के लिए मेरे हिस्से की जमीन, गहने, रहने का घर भी गिरवी रख दिया। दस गुना ब्याज हर महीने वसूलते हैं। पैसे देने के बाद बोलते हैं कि वो ब्याज में गए। सुसाइड नोट में मुख्यमंत्री से न्याय दिलाने की गुहार की है।

 जालोर  ( Jalore ) के किराना व्यापारी दिनेश पुरी (35) ने 13 अप्रैल को घर पर तड़के 4 बजे जहर खा लिया था। घटना के वक्त घर पर पत्नी और बच्चे मौजूद थे। पत्नी ने दिनेश को बेसुध हालत में देख पास ही रहने वाले देवर गुलाब पुरी को बुलाया। उसे भीनमाल राजकीय हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। जहां से उसे गुजरात के पालनपुर रेफर कर दिया गया। ज्यादा हालत खराब होने पर घरवाले उसे उदयपुर के गीतांजलि हॉस्पिटल ले गए। जहां रविवार को इलाज के दौरान मौत हो गई।

में  इसमें लिखा है -मेरे सुसाइड का कारण कर्ज है। मैंने धर्मसिंह से 70 हजार रुपए लिए थे, उसके बदले में 3 लाख से ज्यादा दे चुका था। मुझे 1 लाख रुपए और देने की मांग कर परेशान करते हैं। दुकान पर धंधा नहीं करने देते हैं। मैंने इज्जत की खातिर सब कुछ बेच दिया था। मेरे हिस्से की जमीन, मेरे गहने-जेवरात रहने का घर भी गिरवी रख दिया था। फिर भी ये लोग परेशान करते हैं। 10 सैकड़ा ब्याज हर महीने वसूलते हैं। पैसे ले जाने के बाद बोलते हैं कि ये तो पैसे ब्याज में गए। क्या करूं इज्जत रखने के लिए मैं सब कुछ दे चुका था। मैं पूरी तरह परेशान हो चुका था, क्योंकि चेक दिए हुए थे, बोलते थे या तो ब्याज दो नहीं तो चेक लगाते हैं।

मेरी कोरोना काल में ऐसी स्थिति खराब थी, फिर भी मुझे प्रताड़ित किया गया। दुकान खुली तो सबने ब्याज जोड़कर एक के दो-तीन ले लिए। दुकान खोलने के बाद जितना भी व्यापार किया, वह सब ब्याज में ले गए। फिर भी दुकान पर पर्दा लगाने की धमकी देते हैं। अब तो सब कुछ बेच चुका था, मुझे इतना परेशान कर रहे थे कि मत पूछो। दुकान पर माल लाना भी मुश्किल हो गया, अब तो मेरे पास मौत के सिवाय और कोई रास्ता नहीं बचा था। मेरा एक ही सहारा था दुकान पर, मुझे वहां भी बैठने नहीं देते थे। मेरे घर आकर धमकी देते थे।

शराब पीकर गाली गलौज व दुकान पर पर्दा लगाने की धमकी देते थे, इसलिए मैं इधर-उधर करके दे रहा था। यह लोग इतनी भी दया नहीं करते थे कि मेरे छोटे छोटे बच्चे हैं, कमाने वाला में एक। दो तीन जने ऐसे दयावान भी थे उन्होंने दो के ब्याज से पैसे दिए थे। मगर 10 सैकड़ा वाले परेशान करते थे। मैंने अभी नवरात्रि 9 दिन दुकान खोली तो 40 हजार का 9 दिन में व्यापार किया और 80 हजार उनको देने पड़े। दुकान पर माल भी लाना मुश्किल हो गया था। जैसे ही व्यापार हुआ वह शाम को खाली हो जाता था, नहीं देता तो झगड़ा व धमकी देते थे। अब तो कोई सहारा नहीं था, पुलिस केस भी दर्ज नहीं करवा सकता था। वह पुलिस को भी कहीं से दबाव डलवा सकते थे।

मेरी दुकान 40 साल पुरानी थी और मेरे बाप के हाथ की पेढ़ी थी, इसलिए मुझे दुकान रखनी जरूरी थी। मेरी एसपी महोदय, कलेक्टर महोदय, मुख्यमंत्री महोदय सहित समाज के बंधुओं से मेरी विनती है मुझे न्याय दिलाने और मेरे छोटे छोटे बच्चे की रक्षा व मेरे परिवार की सुरक्षा कराएं। मेरी बड़े अफसरों से विनती है कि न्याय दिलाने में मेरे बुड्ढे मां-बाप का ध्यान रखना।

व्यापारी की पत्नी सूरज देवी ने  जालोर  ( Jalore ) के  जसवंतपुरा थाने में पति से रुपए वसूलने को लेकर प्रताड़ित करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। मामले में मालवाड़ा निवासी पदमसिंह, सुमेर सिंह, नरपत सिंह, धर्मसिंह राजकीवास, हीरसिंह राजकीवास, दीपसिंह मालवाड़ा, अवतार सिंह, पूरण सिंह पर रुपए वसूलने का आरोप लगाया। मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।

Jaba Upadhyay

Jaba Upadhyay is a senior journalist with experience of over 15 years. She has worked with Rajasthan Patrika Jaipur and currently works with The Pioneer, Hindi.