प्रयागराज (Prayagraj ) में गंगापार में शनिवार सुबह एक और दिल दहलाने वाली घटना सामने आई। प्रयागराज शहर मुख्यालय से 40 किमी. दूर थरवई थाना क्षेत्र के खेवराजपुर गांव में राम कुमार यादव की उनके चार परिवारीजनों के साथ धारदार हथियार से हमला कर बेरहमी से हत्या कर दी गई। हत्यारों ने इस नृशंस घटना को अंजाम देने के बाद सबूत मिटाने को घर में आग भी लगा दी। मृतकों में राम कुमार यादव (55), उसकी पत्नी कुसुम देवी (52), बेटी मनीषा (25), बहू सविता (27) और पौत्री मीनाक्षी (2) शामिल हैं। जबकि एक अन्य पौत्री साक्षी (5) घायल हालत में जिंदा मिली है। हत्या किसने और क्यों की इस बारे में फिलहाल कुछ पता नहीं चल सका है।
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के तमाम दावों के बावजूद प्रदेश में ताबड़तोड़ हो रही हिंसक वारदातों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। आये-दिन हो रहे सामूहिक हत्याकांडों से प्रदेश थर्रा उठा है लेकिन अभी तक इस प्रकार की घटनाओं पर कोई प्रभावी रोक लगती दिखाई नहीं दे रही है। योगी सरकार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए लखनऊ एसटीएफ को इस पूरे मामले की जांच सौंप दी है।
राजकुमार का बेटा सुनील वारदात के वक्त घर पर नहीं था। सुनील की प्रयागराज में प्रयाग स्टेशन (घर से करीब 35 किमी. दूर) के पास पान की दुकान है। ऐसे में वह वहीं किराए का कमरा लेकर रहता है। दो-तीन दिन में एक बार ही घर जाता है। उसकी पत्नी मनीषा पांच महीने की गर्भवती थी, जबकि बहन विकलांग थी।
राजकुमार का घर गांव के एक कोने में था। इनके घर से करीब 300 मीटर की दूरी तक कोई दूसरा मकान नहीं था। डॉग स्कवॉयड को मौके पर बुलाया गया तो डॉग गांव की तरफ 300 मीटर तक गए और फिर वहीं बैठ गए। ऐसे में पुलिस को शक है कि हत्यारे वारदात को अंजाम देने के बाद गांव की तरफ से ही भागे हैं।
आशंका है कि हत्यारों ने विकलांग बेटी और गर्भवती बहू के साथ रेप भी किया है। क्योंकि, इन दोनों के शरीर के निचले हिस्से पर कपड़े नहीं थे। सिर्फ यही नहीं, वारदात के बाद हत्यारों ने घर में आग लगाने की कोशिश की।
जानकारी के मुताबिक सुबह गांव वालों को घर से धुआं उठा हुआ दिखा। जब कुछ लोग घर में गए तो हत्याकांड का पता चला। लोगों ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद गांव में काफी भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने हंगामा और दूसरा विवाद खड़ा होने से बचाने के लिए कई थानों की फोर्स गांव में लगा दी है।
प्रयागराज (Prayagraj ) एसएसपी अजय कुमार ने बताया कि बेड रूम में आग लगी हुई थी। इसलिए घर से सभी मृतकों के शव को पुलिस ने वहां से हटा दिया गया। हत्याकांड के खुलासे के लिए सात टीमें बनाई गई हैं। जल्द ही वारदात का खुलासा किया जाएगा। परिजनों की तहरीर लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
उधर इस घटना का शीघ्र खुलासा करने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने लखनऊ एसटीएफ को इस पूरे मामले की जांच सौंप दी है। लखनऊ एसटीएफ प्रयागराज के लिए रवाना हो गई है।
दरअसल, संगम नगरी प्रयागराज (Prayagraj )में सामूहिक हत्याएं घटने का नाम नहीं ले रही हैं। बीते 5 सालों में यहाँ 6 परिवारों के 25 लोगों की हत्या हो चुकी है। इससे पहले प्रयागराज शहर से करीब 35 किमी दूर नवाबगंज में एक ब्राह्मण परिवार के पांच लोगों की बड़ी बेरहमी से हत्या कर दी गई थी । 16 अप्रैल को प्रीति तिवारी (38) व उसकी तीन बेटियों माही(12), पीहू(8) और कुहू(3) की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी, जबकि पति राहुल तिवारी 42) फंदे पर लटका मिला था।
जनपद प्रयागराज में दिनांक 23-04-2022 को एक परिवार के 05 सदस्यों की हत्या के घटनास्थल का वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया गया है।घटना के शीघ्र अनावरण हेतु 07 टीमों का गठन कर एसटीएफ की स्थानीय इकाई को भी लगाया गया है।घटना के सम्बंध में एडीजी एलओ श्री प्रशांत कुमार की बाईट। pic.twitter.com/30CtYlm92i
— UP POLICE (@Uppolice) April 23, 2022
UP | We received info about the incident at around 5.30 am. After reaching the spot,we found that a person named Rajkumar, his wife Kusum,daughter-in-law, daughter&granddaughter were found dead. Rajkumar’s second granddaughter who is 5 years old is alive: Prayagraj SSP Ajay Kumar pic.twitter.com/U7uEDZApP5
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 23, 2022