झारखंड( Jharkhand ) के गुमला( Gumla ) जिले के भरनो थाना क्षेत्र में पर्यावरण कार्यकर्ता( Environmental Activist) शमीम अंसारी को उग्र भीड़ ने पीट- पीटकर मार डाला । यहां कुछ लोगों ने 45 वर्षीय शमीम अंसारी को लाठी-डांडों से पीट-पीटकर सिर्फ इसलिए मौत के घाट उतार दिया क्योंकि उन्होंने पेड़ काटने का विरोध किया था। शमीम अंसारी जंगलों से अवैध रूप से पेड़ काटने लकड़ी माफियाओं को रोकने का काम करते थे।
जंगल में अवैध रूप से लकड़ी काटने वालों ने ग्राम वन संरक्षण समिति का नेतृत्व करने वाले पर्यावरण कार्यकर्ता( Environmental Activist) शमीम अंसारी को तब तक पीटा जब तक उनकी मौत नहीं हो गई। घटना शुक्रवार सुबह 11 बजे की बताई जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पर्यावरण कार्यकर्ता( Environmental Activist) एंव रायकेरा वन समिति के अध्यक्ष शमीम अंसारी को शुक्रवार सुबह करीब साढ़े दस बजे अवैध रूप से पेड़ों की कटाई की सूचना मिली।इसकी जानकारी शमीम अंसारी ने वनरक्षी नवलकिशोर को दी. फिर वनरक्षी बाइक पर शमीम अंसारी के साथ जंगल पहुंचे, उन्हें देखकर लकड़ी काट रहीं महिलाएं लकड़ी छोड़कर गांव की ओर भाग गईं। तब वनरक्षी ने कटी हई लकड़ियों को जब्त किया और विभाग में ले जाने की तैयारी करने लगे।इतने में गांव से 25-30 लोग लाठी-डंडे लेकर उनके पास आये और मारपीट करने लगे। उसके बाद शमीम, वनरक्षी और शमीम का 9 वर्षीय बेटा अनीश भागने लगे।
ग्रामीणों ने दौड़ाकर चट्टी रोड के पास पर्यावरण कार्यकर्ता( Environmental Activist) शमीम को पकड़ लिया और लाठी-डंडे से पीटपीट कर उसकी हत्या कर दी, फिर ग्रामीण उसके बेटे और वनरक्षी को भी मारने के लिए दौड़ाने लगे, परंतु दोनों ने भागकर अपनी जान बचायी।इधर, सूचना पर शमीम की पत्नी आयशा खातून घटना स्थल पहुंची और शमीम को उठाकर भरनो थाना लायी, परंतु उसकी मौत हो चुकी थी।जंगल के अंदर जान बचाने के लिए छिपे वनरक्षी नवल किशोर को पुलिस ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया है।
अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) रवि आनंद ने बताया कि अंसारी की लकड़ी माफिया को पेड़ काटने से रोकने पर पीट-पीटकर हत्या कर दीगई।पुलिस ने जंगल से शमीम की बाइक भी बरामद कर ली है, हत्या के बाद बांधटोली गांव से हत्या में शामिल लोग फरार हो गए हैं। पुलिस को मृतक की पत्नी और बेटे ने हत्यारों का नाम भी बताया है, पुलिस इनकी गिरफ्तारी के लिए तलाशी ले रही है।