हरियाणा (Haryana ) के करनाल ( Karnal) जिले में कपूर हेल्थ केयर सेंटर संचालक डॉ. संजय कपूर के बेंगलुरु( Bengaluru ) में एमबीबीएस कर रहे बेटे आर्यन कपूर ( Aryan Kapoor ) ने खुद को गर्दन में गोली मारकर आत्महत्या कर ली। इस घटना को अंजाम देने के लिए छात्रा आर्यन ने पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर का इस्तेमाल किया। घटना के समय डॉक्टर पिता क्लीनिक में मरीज देख रहे थे।
मामले की सूचना पर निसिंग थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। पूछताछ के दौरान पुलिस को डॉक्टर पिता ने आर्यन को बीमार बताया और कहा कि उसका इलाज चल रहा था।
क्लीनिक स्टाफ सदस्य बताया कि वो क्लीनिक पर काम कर रहे थे। उसी समय उन्हें ऊपर से डॉक्टर की बेटी की चिल्लाने की आवाज आई। ऐसा सुनते ही वो छोड़कर ऊपर गए। जहां पर उन्होंने देखो कि आर्यन ने खुद को गोली मार ली थी और कमरे में खून बह रहा है। आर्यन की मौत हो चुकी थी। 23 साल का आर्यन डॉक्टर कपूर का बेटा था और बंगलूरू में एमबीबीएस कर रहा था।
आर्यन का इस साल एमबीबीएस फाइनल ईयर था। एक महीने पहले ही घर पर आया था। इस दौरान उनके सामने घर पर कोई ऐसी बात नहीं हुई, जिससे कोई ऐसा कदम उठा ले। सब कुछ ठीक था, हर समय हंसता-खेलता था। डॉक्टर साहब ने आर्यन के बीमार होने के बारे में भी कभी जिक्र नहीं किया और न ही हमें इलाज करवाए जाने की जानकारी है।
करनाल ( Karnal) पुलिस ने बताया कि दोपहर बाद सूचना मिली की कपूर अस्पताल संचालक के बेटे ने आत्महत्या कर ली। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे। परिवारवालों ने पूछताछ में बताया कि 23 साल का आर्यन MBBS कर रहा था। फिलहाल वह बीमार चल रहा था और उसका गुरुग्राम से इलाज करवाया जा रहा था।
आर्यन ने अपने पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली चला ली। करनाल ( Karnal) पुलिस ने अलग-अलग टीमों को जांच के लिए बुलाया गया है। टीमें जांच में जुटी हैं। नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।