Friday, September 20, 2024

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देश में जारी आर्थिक संकट को लेकर भारी दवाब के बीच श्रीलंका के प्रधानमंत्री महेंद्रा राजपक्षे ने दिया अपने पद से इस्तीफा

Sri Lankan Prime Minister Mahinda Rajapaksa resigns

Sri Lankan Prime Minister Mahinda Rajapaksa resignsदेश में गंभीर आर्थिक संकट के बीच   (   के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे( Mahinda Rajapaksa ) ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया। श्रीलंका की स्थानीय मीडिया के हवाले से इसका दावा किया गया है। बताया जा रहा है कि विपक्ष की अंतरिम सरकार बनाने की मांग के आगे झुकते हुए राजपक्षे ने यह कदम उठाया है।

इससे पहले प्रधानमंत्री राजपक्षे ( Mahinda Rajapaksa ) ने कहा कि वह जनता के लिए ‘कोई भी बलिदान’ देने को तैयार हैं। उनके इस कथन से इन अटकलों को बल मिल गया था कि राजपक्षे आज इस्तीफा दे देंगे। उनके छोटे भाई और राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे की आर्थिक संकट से घिरी सरकार पर देश को उबारने के लिए अंतरिम सरकार बनाने का दबाव बढ़ गया है।

दूसरी तरफ, श्रीलंका के कई हिस्सों में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पों की खबरें हैं। इससे भी बड़ा खतरा महिंदा के इस्तीफे से खड़ा हो गया है। दरअसल, उनके बड़े भाई और राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे नहीं चाहते थे कि महिंदा इस्तीफा दें, लेकिन विपक्ष की मांग के आगे उन्हें झुकना पड़ा। दूसरी तरफ, उन्होंने अपने समर्थकों को सड़कों पर उतार दिया। अब राजपक्षे भाईयों के विरोधियों और समर्थकों के बीच देश के कई हिस्सों में झड़पें शुरू हो गई हैं।

सोमवार को पीएम राजपक्षे के समर्थकों ने प्रदर्शनकारियों पर हमला बोल दिया। हमले में 16 लोगों के घायल होने की खबर है। हमला पीएम के सरकारी निवास के बाहर किया गया। इस पर राजपक्षे ने अपील की कि लोग संयम बरतें। आर्थिक संकट का आर्थिक समाधान निकालने की जरूरत है, उनके सरकार इसका हल निकालने के लिए वचनबद्ध है।

अपनी ही श्रीलंका पोदुजन पेरामुन (एसएलपीपी) के भीतर इस्तीफा देने के भारी दबाव से जूझ रहे राजपक्षे (76) अब तक, इस्तीफा न देने का दबाव बनाने के लिए अपने समर्थकों को एकजुट कर रहे थे। सूत्रों ने बताया कि उनके छोटे भाई राष्ट्रपति गोतबाया रापजक्षे ने अपनी इच्छा प्रत्यक्ष रूप से जाहिर नहीं की लेकिन वह उनका इस्तीफा चाहते हैं। राष्ट्रपति उनका इस्तीफा इसलिए चाहते हैं कि ताकि वह राष्ट्रीय एकता की सरकार बना सकें। मौजूदा आर्थिक संकट से निपटने तक यह अंतरिम व्यवस्था मौजूद रहेगी।

देश के एक प्रमुख समाचार नेटवर्क ‘लंका फर्स्ट’ ने राजपक्षे को अपने समर्थकों से यह कहते हुए उद्धृत किया है, ‘जनता के लिए मैं कोई भी बलिदान देने को तैयार हूं।’ इससे संकेत मिलने लगे थे कि वह इस्तीफा देंगे। राजपक्षे ने यह बात प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास ‘टेम्पल ट्री’ में सोमवार को आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कही थी। उनके आवास पर एकत्र हुए एसएलपीपी के सदस्यों ने इनसे इस्तीफा न देने को कहा था।
बीते दिनों भारी दबाव के बावजूद 72 वर्षीय गोतबाया और प्रधानमंत्री महिंदा ने पद छोड़ने से इनकार कर दिया था। राजपक्षे कुनबे के ताकतवर महिंदा राजपक्षे को रविवार को अनुराधापुर में जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ा। ईंधन, रसोई गैस और बिजली कटौती समाप्त करने की मांग को लेकर सड़कों पर उतरी जनता ने उनके खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी चाहते हैं कि पूरा राजपक्षे परिवार राजनीति छोड़ दे। देश से लूटी गई संपत्ति लौटा दे।

गौरतलब है कि श्रीलंका में आर्थिक हालात इतने खराब हो चुके हैं कि लोग भुखमरी की कगार पर हैं। खाने-पीने की चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं। लोग सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर गए हैं। मजदूर और व्यापारिक संगठनों ने सरकार के खिलाफ हड़ताल कर दी है। पिछले हफ्ते छात्रों ने सरकार के खिलाफ श्रीलंका की संसद में घुसने की कोशिश की थी।

इन्हें रोकने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले और पानी की बौछार करनी पड़ी थी। लोगों में सरकार के खिलाफ जबर्रदस्त गुस्सा और आक्रोश है। लोग प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति दोनों के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। दूसरी तरफ श्रीलंका सरकार के सभी मंत्री अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं।

 

Vijay Upadhyay

Vijay Upadhyay is a career journalist with 23 years of experience in various English & Hindi national dailies. He has worked with UNI, DD/AIR & The Pioneer, among other national newspapers. He currently heads the United News Room, a news agency engaged in providing local news content to national newspapers and television news channels