कानपुर देहात ( Kanpur Dehat ) के गांव परौंख में जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक मंच पर मौजूद थे। यहां से कुछ ही किलोमीटर दूर कानपुर शहर में बवाल हो गया। पत्थरबाजी, बमबाजी और लाठीचार्ज से सड़कें रणक्षेत्र में बदल गईं। कथित तौर पर भाजपा नेता नुपुर शर्मा के एक बयान को लेकर हुई जुमे की नमाज के बाद हिंसा ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
पैगंबर मोहम्मद साहब पर भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा की की गई विवादित टिप्पणी के बाद कानपुर ( Kanpur ) शहर में शुक्रवार दोपहर नमाज के बाद नई सड़क पर प्रदर्शन के बाद जमकर बवाल हुआ। पथराव कर कई गाड़ियां तोड़ दी गई पर फायरिंग के साथ बमबाजी भी हुई। पथराव में आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। बवाल की सूचना पर डीएम और संयुक्त पुलिस आयुक्त समेत भारी फोर्स मौके पर पहुंचा और पैदल मार्च करते हुए लोगों को समझाने का प्रयास किया।
भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा मोहम्मद साहब पर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर शुक्रवार दोपहर नमाज के बाद नई सड़क पर लोगों की भीड़ जुटने शुरू हो गई। आरोप है कि प्रदर्शन के बाद वर्ग विशेष की ओर से पथराव शुरू हो गया जवाब में दूसरी तरफ से भी पथराव किया गया। जिसमें संजय शुक्ला, अमर बाथम, आशीष, अनिल गौड़, मुकेश देव गौड़ा राजू सिंह आदि लोग घायल हो गए।
कानपुर ( Kanpur ) शहर में उपद्रवियों ने पथराव के साथ ही फायरिंग व बमबाजी भी की। बवाल की सूचना पर भारी फोर्स के साथ ही डीएम नेहा शर्मा, संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी के साथ कई सर्किल के एसीपी और पीएसी समित भारी फोर्स मौके पर पहुंचा।
इस हिंसा सवाल इसलिए भी उठ रहा है कि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के आने का कार्यक्रम पहले से तय था तो आज ही के दिन बंद का आह्वान क्यों किया गया? कई मस्जिदों में भड़काऊ तकरीरों की भी सूचना है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या यह पूर्व नियोजित घटना है? जुलूस कैसे निकला और हिंसा का इंतजाम कैसे हुआ? इसको लेकर सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों पर भी सवाल उठने लाजिमी हैं।
नुपुर शर्मा की ओर से पैगंबर मोहम्मद साहब को लेकर दिए गए कथित बयान को लेकर कानपुर ( Kanpur ) शहर के मुस्लिम बहुल इलाकों में कारोबार पूरी तरह बंद रहा। जोहर फैंस एसोसिएशन और अन्य मुस्लिम तंजीमों ने शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय से कारोबार बंद रखने की अपील की थी। इसका व्यापक असर देखने को मिला। सुबह से ही चमनगंज, बेगनगंज, तलाक महल, कर्नलगंज, हीरामन पुरवा, दलेल पुरवा, मेस्टन रोड, बाबू पुरवा, रावतपुर व जाजमऊ में कहीं आंशिक तो कहीं पूर्ण बंदी दिखाई दी।
पुलिस सुरक्षा के बीच जुमे की नमाज अदा की गई। बताया जा रहा है कि जुमे की नमाज के दौरान ज्यादातर मस्जिदों में हुई तकरीरों में कहा गया कि वे मोहम्मद साहब पर की गई किसी भी अमर्यादित टिप्पणी को बर्दाश्त नहीं करेंगे। पुलिस ने किसी भी क्षेत्र में लोगों को नमाज के बाद प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी थी। इसके बावजदू बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर निकल आए। सवाल यह भी है कि शहर में सड़कों पर इतनी संख्या में पत्थर कहां से आ गए? पेट्रोल बम चलने की भी सूचना है।
मिली जानकारी के अनुसार, उपद्रवियों ने सुबह से ही बवाल की भूमिका बना रखी थी। खुफिया विभाग को इसकी भनक भी नहीं लगी। पूरी मार्केट में जगह-जगह पोस्टर चिपकाए गए थे, लेकिन स्थानीय पुलिस इससे बेखबर रही।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मामले में अब तक कानपुर ( Kanpur ) पुलिस ने 18 उपद्रवियों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने बताया कि इस बवाल में सात लोग घायल हुए हैं। वहीं, सरकार ने इलाके में फोर्स बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। बताया जा रहा है कि पीएसी की दो कंपनियां भेजी जा रही हैं।
आज दिनांक 03.06.22 को कानपुर नगर के थाना क्षेत्र बेकनगंज में दो समुदायों के बीच हुयी पथराव की घटना के सम्बन्ध में पुलिस आयुक्त महोदय द्वारा मौके पर दी गयी बाइट। @Uppolice @UPGovt @dgpup pic.twitter.com/csFvmpKHY2
— POLICE COMMISSIONERATE KANPUR NAGAR (@kanpurnagarpol) June 3, 2022
Kanpur, UP | 18 detained in view of a clash between two communities allegedly over market shutdown: Kanpur CP Vijay Meena pic.twitter.com/rRdJD2kDJ6
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 3, 2022