प्रयागराज (Prayagraj ) के झूंसी थाना क्षेत्र के आवास विकास कालोनी योजना दो में रहने वाले इफको ( IFFCO ) से सेवानिवृत्त रामशंकर शुक्ल ने फांसी लगा आत्महत्या कर ली। कमरे से पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें लिखा है कि मुझे शांति चाहिए, इसलिए मैं अपने जीवन का अंत कर रहा हूं।
प्रयागराज (Prayagraj ) के झूंसी थाना क्षेत्र के आवास विकास कालोनी योजना दो के एचआईजी मकान निवासी 78 वर्षीय रामशंकर शुक्ल इफ्को में अफसर पद से सेवानिवृत्त हुए थे। उनके दो बेटे तथा एक बेटी थी। पुलिस के मुताबिक इनमें से एक बेटे और एक बेटी की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही पत्नी का भी देहांत हो चुका है। एक बेटा पुणे में नौकरी करता है। रामशंकर शुक्ल झूंसी के मकान में अकेले रहते थे। उनकी देखभाल के लिए नौकर सुभाष रहता था जो कि सुबह आता और दिनभर का काम निपटाने के बाद शाम को वापस चला जाता था।
रामशंकर काफी दिनों से अवसाद में थे। रोज की तरह बृहस्पतिवार की शाम को भी नौकर सुभाष अपने घर चला गया था। एचआईजी मकान में रामशंकर अकेले थे। देर रात को उन्होंने मकान के ऊपरी मंजिल के कमरे में नाइलान की रस्सी के सहारे फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। घटना की जानकारी शुक्रवार की सुबह नौकर सुभाष के आने पर हुई। सुभाष ने पुलिस को बताया कि रोज मकान के गेट में भीतर से ताला बंद रहता था लेकिन आज जब वह आया तो गेट की कुंडी का ताला खुला हुआ था।
वह गेट खोलकर ऊपर के कमरे में गया तो सन्न रह गया। बुजुर्ग रामशंकर फांसी पर लटके हुए थे। उसने घटना की जानकारी आस-पड़ोस वालों को दी। साथ ही पुलिस को भी सूचना दी गई। कुछ देर बाद प्रयागराज (Prayagraj ) पुलिस मौके पर पहुंची और बुजुर्ग के शव को फांसी के फंदे से नीचे उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।