राजस्थान ( Rajasthan ) के सीकर (Sikar ) जिले के खंडेला कस्बे में गुरुवार को एसडीएम कोर्ट में खुद को आग लगाने वाले वकील हंसराज मवालिया की जयपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई। सुसाइड नोट में वकील ने यह कदम उठाने के लिए एसडीएम और एक पुलिस अधिकारी को जिम्मेदार बताया है।
सीकर (Sikar ) जिले केरानौली थाना क्षेत्र के नांगल अभयपुरा का रहने वाला वकील हंसराज मावलिया (40) पिछले 10 साल से वकालत कर रहा था। गुरुवार दोपहर करीब ढाई बजे एसडीएम राकेश कुमार अपने कार्यालय के अंदर चैंबर में बैठे थे। इसी दौरान बाहर हंसराज ने खुद को आग लगाई और अंदर आ गया। उसने ऑफिस का दरवाजा पहले ही बंद कर दिया था।
SDM राकेश ने जैसे ही उसे अंदर आते देखा खड़े हो गए। हंसराज ने उन्हें पकड़ने का प्रयास किया। उसे धक्का मारकर पीछे किया। उनका हाथ भी झुलस गया। गंभीर रूप से झुलसे वकील को तुरंत खंडेला के हॉस्पिटल ले जाया गया। वहां से जयपुर रेफर कर दिया गया था। एसडीएम राकेश कुमार का इलाज खंडेला हॉस्पिटल में चल रहा है।
वकील हंसराज मवालिया (40) के बैग से सीकर (Sikar ) पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें उसने अपनी मौत के पीछे एसडीएम राकेश कुमार और खंडेला थानाधिकारी घासीराम मीणा के नाम का उल्लेख किया है।वकील ने सुसाइड नोट में आरोप लगाया कि एसडीएम अदालत में हर सुनवाई के लिए उन्हें रिश्वत के लिए परेशान किया जा रहा था और पैसा नहीं देने पर नोटिस जारी किया जाता था।नोट में वकील ने खंडेला थानाधिकारी पर एसडीएम के खिलाफ कुछ भी बोलने पर उन्हें धमकाने का भी आरोप लगाया है।

सीकर (Sikar ) जिले के पुलिस ने बताया कि आग में झुलसे वकील को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां स्थिति गंभीर होने के कारण उसे प्राथमिक उपचार के बाद जयपुर के सवाई मानसिंह चिकित्सालय रेफर कर दिया गया।सवाई मानसिंह चिकित्सालय के एक चिकित्सक ने गुरुवार शाम को उपचार के दौरान वकील की मौत होने की पुष्टि की है।
उधर, मृतक वकील हंसराज मावलिया के भाई लक्ष्मण राम ने बताया कि वह रोज की तरह सुबह घर से निकले थे। जब वह घर से निकले तो उनके बैग में कोई भी पेट्रोल की बोतल या जहरीला पदार्थ नहीं था। दोपहर में एसडीएम कोर्ट में उनके आत्मदाह करने की सूचना मिली। इसके बाद वह हॉस्पिटल पहुंचे। हॉस्पिटल पहुंचने पर भाई ने वीडियो बनाया। हंसराज ने बताया कि एसडीएम राकेश ने सुसाइड के लिए उकसाया है। राकेश कुमार ने ही उस पर तेल डाला और माचिस लगा दी।