आगरा नगर निगम( Municipal Corporation Agra )से स्वच्छ भारत मिशन के तहत मिलने वाला ओडीएफ प्लस प्लस( ODF++ ) दर्जा छिन गया है। स्वच्छता सर्वे पर गारबेज फ्री रेटिंग और ओडीएफ प्लस दर्जा हटने का असर पड़ेगा।
आगरा ( Agra )नगर निगम अफसरों ने कागजी रिपोर्ट में तो ताजमहल के शहर आगरा खुले में शौच मुक्त घोषित कर दिया लेकिन सच्चाई बिलकुल इसके उलट थी ।जिसका खुलासा थर्ड पार्टी एजेन्सी ने अपनी रिपोर्ट में कर दिया है ।आगरा शहर के नगला बूढ़ी, रामबाग एत्माउद्दौला इलाके ऐसे जहां सुबह सुबह खुले में शौच करते हुये बड़ी संख्या लोग देखे जा सकते है।
थर्ड पार्टी सत्यापन मेंआगरा ( Agra ) नगर निगम सीमा में लोग खुले में शौच करते मिले, वहीं, टॉयलेट गंदे मिले। कई टॉयलेट में पानी नहीं मिला। खुले में शौच करने की तस्वीरों के साथ रिपोर्ट जारी की गई, जिसके बाद निगम से ओडीएफ प्लस प्लस का दर्जा छिन गया। इसका असर स्वच्छ भारत मिशन की स्वच्छ शहरों की रेटिंग पर पड़ना तय है।
इसी आधार पर गारबेज फ्री सिटी (जीएफसी) की स्टार रैंक तय होती है। आगरा नगर निगम गारबेज फ्री सिटी का एक स्टार रैंक पा चुका है। इस रिपोर्ट के बाद 800 से ज्यादा अंकों की कमी स्वच्छ भारत सर्वेक्षण में हो सकती है, जिससे आगरा 24 वीं रैंक से और नीचे लुढ़क सकता है।
आगरा ( Agra ) नगर आयुक्त निखिल टी फुंडे बताया कि हमने थर्ड पार्टी रिपोर्ट देखी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। इसके बारे में हम अपील करेंगे। दोबारा टीम आकर सर्वे करे। किसी एक के खुले में शौच करने से दर्जा नहीं जाना चाहिए। अपील के बाद उम्मीद है कि दोबारा नगर निगम को ओडीएफ प्लस प्लस का दर्जा मिल जाएगा।