Friday, September 20, 2024

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Gujarat :गुजरात 2002 के दंगों पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के एक दिन बाद एटीएस ने तीस्ता सीतलवाड़ पूर्व डीजीपी आरबी श्रीकुमार को गिरफ्तार किया

Teesta Setalvad, ex-Gujarat DGP Sreekumar arrested a day after SC ruling on 2002 riots

   में 2002 में हुए दंगे के मामले में गुजरात  एटीएस ने एक्टिविस्ट तीस्ता सीतलवाड़ ( Teesta Setalvad ) और गुजरात के पूर्व डीजीपी आरबी श्रीकुमार को हिरासत में ले लिया है। सीतलवाड़ को उनके मुंबई के घर से हिरासत में लिया गया। उन्हें सांताक्रूज पुलिस स्टेशन लाया गया है। इसके बाद गुजरात एटीएस उन्हें अहमदाबाद ले जाने की तैयारी कर रही है।

गुजरात दंगों के मामले में अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने तीस्ता सीतलवाड़( Teesta Setalvad ) , पूर्व आईपीएस संजीव भट्ट और गुजरात के पूर्व डीजीपी आरबी श्रीकुमार( RB Sreekumar ) के खिलाफ फर्जी दस्तावेज बनाकर साजिश रचने का मामला दर्ज किया है। संजीव भट्ट पहले से जेल में हैं, जबकि तीस्ता और श्रीकुमार को अब हिरासत में लिया गया है। सूत्रों के मुताबिक, गुजरात पुलिस ने तीस्ता के खिलाफ शनिवार को ही एफआईआर दर्ज की है।

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को यह कहते हुए जाकिया जाफरी की याचिका खारिज कर दी थी कि कानून का दुरुपयोग करना ठीक नहीं। इस दौरान कोर्ट ने तीस्ता सीतलवाड़ ( Teesta Setalvad )का भी जिक्र किया था। इसके अगले दिन शनिवार को गुजरात एटीएस सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ के मुंबई स्थित घर पहुंची। उन्हें हिरासत में लिया गया है। सीतलवाड़ को सांताक्रूज पुलिस स्टेशन ले जाया गया। एटीएस की टीम उन्हें लेकर अहमदाबाद के लिए रवाना हो गई है।

बता दें कि गुजरात दंगों पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित एसआईटी में पीएम नरेंद्र मोदी समेत 55 राजनेताओं व अधिकारियों को मिली क्लीन चिट के खिलाफ जाकिया जाफरी ने याचिका की थी। कोर्ट ने शुक्रवार को यह कहते हुए उनकी याचिका को खारिज कर दिया कि कानून का दुरुपयोग करना ठीक नहीं।

कोर्ट ने एसआईटी की तारीफ की और सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि जितने लोग कानून से खिलवाड़ करते हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने तीस्ता सीतलवाड़ का भी नाम लिया और कहा कि सीतलवाड़ के खिलाफ और जांच की जरूरत है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, इससे पहले सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था, ”भाजपा की विरोधी राजनीतिक पार्टियां, कुछ वैचारिक राजनीति में आए हुए पत्रकार और कुछ एनजीओ ने मिलकर..इस त्रिकूट ने मिलकर इन आरोपों को इतना प्रचारित किया.. और इनका इकोसिस्टम भी इतना मजबूत था कि धीरे-धीरे लोग झूठ को ही सत्य मानने लगे।

शाह ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए कहा कि अदालत ने भी कहा कि जाकिया जाफरी किसी ओर के इशारे पर काम कर रही थीं। शाह ने तीस्ता सीतलवाड़ का भी नाम लिया जिनका एनजीओ पूरे केस में खासा सक्रिय था। उन्होंने तहलका पत्रिका के स्टिंग ऑपरेशन का भी जिक्र किया और कहा कि अदालत ने उसको खारिज कर दिया है।

 

Vijay Upadhyay

Vijay Upadhyay is a career journalist with 23 years of experience in various English & Hindi national dailies. He has worked with UNI, DD/AIR & The Pioneer, among other national newspapers. He currently heads the United News Room, a news agency engaged in providing local news content to national newspapers and television news channels