प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi ) G-7 के 48वें शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए जर्मनी के म्यूनिख ( Munich ) में हैं, वहां वे भारतीय समुदाय को संबोधित कर रहे थे । मोदी के भाषण से पहले राष्ट्रगान हुआ। भाषण के दौरान मोदी ने सबसे पहले पूछा- कैसे हैं आप सब। मुझे बताया गया कि आप में कई लोग बहुत लंबा सफर करके आए हैं। मैं आप सभी में भारत की एकता और बंधुत्व का दर्शन कर रहा हूं। आपका यह स्नेह मैं कभी नहीं भूल सकूंगा। जो लोग हिंदुस्तान में यह देख रहे होंगे, उनका भी सीना गर्व से भर गया होगा।
उन्होंने कहा कि आज का दिन 26 जून एक और वजह से जाना जाता है। जो लोकतंत्र हमारा गौरव है, जो लोकतंत्र हर भारतीय के DNA में है, आज से 47 साल पहले इसी समय उस लोकतंत्र को बंधक बनाने, लोकतंत्र को कुचलने का प्रयास किया गया था। आपातकाल के कालखंड भारत के वाइब्रेंट डेमोक्रेटिक इतिहास में एक काले धब्बे की तरह है, लेकिन इस काले धब्बे पर सदियों से चली आ रही लोकतांत्रिक परंपराओं की श्रेष्ठता भी पूरी शक्ति के साथ विजयी हुई, लोकतांत्रिक परंपराएं इन हरकतों पर भारी पड़ी।
उन्होंने कहा कि भारत के लोगों ने लोकतंत्र को कुचलने की सारी साजिशों का जवाब, लोकतांत्रिक तरीके से ही दिया। हम भारतीय कहीं भी रहें, अपनी डेमोक्रेसी पर गर्व करते हैं। हर हिंदुस्तानी गर्व से कहता है, भारत मदर ऑफ डेमोक्रेसी है।
उन्होंने कहा कि आज 21वीं सदी का भारत चौथी औद्योगिक क्रांति में, इंडस्ट्री 4.0 में पीछे रहने वालों में नहीं बल्कि इस औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व करने वालों में से एक है। इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और डिजिटल टेक्नोलॉजी में भारत अपना परचम लहरा रहा है। आज भारत के हर गांव तक बिजली पहुंच चुकी है। आज भारत का लगभग हर गांव, सड़क मार्ग से जुड़ चुका है। आज भारत के 99% से ज्यादा लोगों के पास क्लीन कुकिंग के लिए गैस कनेक्शन है। आज भारत का हर परिवार बैंकिंग व्यवस्था से जुड़ा हुआ है।
उन्होंने कहा कि दुनिया में हो रहे रियल टाइम डिजिटल पेमेंट्स में से 40% ट्रांजेक्शन भारत में हो रहे हैं। आज भारत डेटा कंजम्प्शन में नए रिकॉर्ड बना रहा है। भारत उन देशों में है जहां डेटा सबसे सस्ता है। उन्होंने कहा कि आज का भारत “होता है, चलता है, ऐसे ही चलेगा” वाली मानसिकता से बाहर निकल चुका है। आज भारत ‘करना है’ ‘करना ही है’ और ‘समय पर करना है’ का संकल्प रखता है।
इसके पहले, इस दौरान म्यूनिख ( Munich ) में मौजूद भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया। इसी दौरान एक भारतीय से शादी करने वाली जर्मन लड़की ने पति के साथ मोदी के पैर छुए और आशीर्वाद लिया। इस लड़की ने प्रधानमंत्री से हिंदी में पूछा- आप कैसे हैं? फिर गुजराती में पूछा- केम छो (आप कैसे हैं)। मोदी इस अंदाज पर खुश नजर आए। उन्होंने इस लड़की से कहा- आपने हिंदी भी सीख ली।
प्रधानमंत्री का ये दौरा दो दिन का होगा। मोदी 12 से ज्यादा राष्ट्राध्यक्षों के साथ मीटिंग करेंगे। 15 से अधिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। शिखर सम्मेलन 26 से 28 जून तक चलेगा। इसके बाद वे संयुक्त अरब अमीरात (UAE) का भी दौरा करेंगे।
Today is June 26 which is also known for the day when India’s democracy that’s is in DNA of every Indian was trampled and suppressed 47 years ago. Emergency was a black spot on the vibrant history of India’s democracy: PM Modi in Munich pic.twitter.com/eHdyTFrlm4
— ANI (@ANI) June 26, 2022