प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi ) ने आज चित्रकूट और इटावा को जोड़ने वाले उत्तर प्रदेश के छठे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे( Bundelkhand Expressway) का उद्घाटन किया। इस मौके पर विपक्ष पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ‘रेवड़ी कल्चर’ देश के विकास के लिए बहुत घातक है। उन्होंने देश खासकर देश के युवाओं को इससे सावधान किया। पीएूम ने कहा कि आप सावधान नहीं रहे तो आपका आज गुमराह हो जाएगा।
इस परियोजना की नींव प्रधान मंत्री द्वारा 2020 में रखी गई थी और यह परियोजना अब पूरी हो चुकी है। जालौन में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के लोकार्पण के दौरान पीएम मोदी के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। 296 किलोमीटर लंबा बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे राज्य में 14,850 करोड़ रुपये के निवेश से निर्मित चार लेन के साथ परिवहन सेवाओं की सुविधा प्रदान करेगा।
उद्घाटन समारोह में पीएम मोदी ने कहा कि जिस धरती ने अनगिनत शूरवीर पैदा किए. जहां के खून में भारतभक्ति बहती है, जहां के बेटे-बेटियों के पराक्रम और परिश्रम ने हमेशा देश का नाम रोशन किया है। उस बुंदेलखंड की धरती को आज एक्सप्रेसवे का ये उपहार देते हुए मुझे विशेष खुशी मिल रही है। विकास की जिस धारा पर आज देश चल रहा है उसके मूल में दो पहलू हैं. एक है इरादा और दूसरा है मर्यादा. हम देश के वर्तमान के लिए नई सुविधाएं ही नहीं गढ़ रहे बल्कि देश का भविष्य भी गढ़ रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि हम समय की मर्यादा का पालन कैसे करते हैं, इसके अनगिनत उदाहरण यूपी में ही हैं। काशी में विश्वनाथ धाम के सुंदरीकरण का काम हमारी ही सरकार ने ही शुरु किया और हमारी सरकार ने ही पूरा किया। गोरखपुर एम्स का शिलान्यास भी हमारी सरकार ने किया और उसका लोकार्पण भी हमारी सरकार में हुआ। पीएम मोदी ने कहा कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का शिलान्यास और लोकार्पण दोनों हमारी सरकार में हुआ। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे भी इसी का उदाहरण है। इसका काम अगले साल फरवरी में पूरा होना था, लेकिन ये 7-8 महीने पहले ही सेवा के लिए तैयार है।
पीएम मोदी ने कहा कि जिस यूपी में अमेठी रायफल कारखाना सिर्फ एक बोर्ड लगाकर खड़ा था, जिस यूपी में रायबरेली रेल कोच फैक्ट्री सिर्फ डिब्बों का रंग-रोगन करती थी, उस यूपी में आज इतनी गंभीरता से काम हो रहे हैं कि उसने अच्छे-अच्छे राज्यों को भी पीछे छोड़ दिया है।
पीएम मोदी ने कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे ( Bundelkhand Expressway)से चित्रकूट से दिल्ली की दूरी तो 3-4 घंटे कम हुई ही है, लेकिन इसका लाभ इससे भी कहीं ज्यादा है। ये एक्सप्रेसवे यहां सिर्फ वाहनों को गति नहीं देगा, बल्कि ये पूरे बुंदेलखंड की औद्योगिक प्रगति को गति देगा।
सात जिलों से गुजरने वाला एक्सप्रेसवे चित्रकूट के गोंडा गांव से शुरु होगा। बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया होते हुए इटावा के कुंडरैल गांव में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे से जाकर मिलेगा। चार लेन का ये एक्सप्रेसवे आगे चलकर छह लेन का हो जाएगा।
इसमें चार रेलवे ओवर ब्रिज, 14 बड़े पुल, 266 छोटे पुल, 18 फ्लाइओवर, 13 टोल प्लाजा और 7 रैंप प्लाजा हैं। एक्सप्रेस-वे के आसपास 7 लाख पेड़ लगाने का काम शुरू हो चुका है। इस एक्सप्रेस वे के दोनों तरफ इंडस्ट्रियल एरिया बनाया जाएगा, इसको लेकर भी प्रस्ताव तैयार हो चुका है।
इस एक्सप्रेस-वे के शुरू होने के बाद चित्रकूट से राजधानी दिल्ली तक का सफर लगभग 7 से 8 घंटे में पूरा किया जा सकेगा। अभी कार से चित्रकूट से दिल्ली जाने में 12 से 13 घंटे लगते हैं। वहीं, ट्रेन से बांदा से दिल्ली जाने में करीब 12 घंटे का वक्त लगता है। बांदा से जाने वालों को पहले बांदा से कानपुर जाना होता है इसके बाद कानपुर से लखनऊ एक्सप्रेसवे पकड़ना होता है। अब सीधे इटावा से लखनऊ एक्सप्रेसवे पर जाया जा सकेगा। इटावा से लखनऊ एक्स्प्रेसवे और फिर यमुना एक्सप्रेसवे से सीधे दिल्ली पहुंचा जा सकेगा। इससे करीब चार घंटे का वक्त बचेगा।
इसमें चलने वाले वाहनों की सुरक्षा की दृष्टि से छह पुलिस उपाधीक्षक सहित 128 पुलिस जवानों को तैनात किया गया है। साथ में 12 इनोवा वाहन लगाए गए हैं। यह 24 घंटे यहां से गुजरने वाले वाहनों पर निगाह रखेंगे।
The state-of-the-art Bundelkhand Expressway passes through 7 districts. The local economy will benefit tremendously due to it. There will be great industrial development in the region and this would bring more opportunities for the local youth. https://t.co/FAkvBskOVf
— Narendra Modi (@narendramodi) July 15, 2022