देश की सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा नीट ( NEET ) यूजी 2022 के दौरान केरल में छात्राओं को अपने इनरवियर( innerwear ) को उतारने के लिए मजबूर करने वाली पांच महिलाएं गिरफ्तार कर ली गईं हैं। केरल( Kerala ) पुलिस ने यह जानकारी दी है।
छात्राओं की शिकायत के बाद सामने आए मामले में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और राष्ट्रीय महिला आयोग की ओर से संज्ञान लिया गया था और केरल के डीजीपी को स्वतंत्र जांच एवं सख्त कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था। आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने लिखा कि डीजीपी केरल द्वारा मामले में की गई कार्रवाई से तीन दिनों के भीतर आयोग को अवगत कराया जाना चाहिए।
स्नातक स्तरीय मेडिकल पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए रविवार, 17 जुलाई को आयोजित राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा यानी नीट यूजी के दौरान के केरल के एक परीक्षा केंद्र पर सैकड़ों छात्राओं के ब्रा और इनरवियर ( innerwear ) आदि जबरन उतरवाने का मामला सामने आया था। छात्राओं और परिजनों की शिकायत के बाद मामले ने काफी तूल पकड़ा और सोशल मीडिया के जरिये देश भर से लोगों ने भी इस शर्मनाक हरकत की निंदा करते हुए रोष जाहिर किया था।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को नीट परीक्षा के दौरान छात्राओं के इनरवियर ( innerwear ) उतरवाने के मामले की मौके पर पहुंचकर उचित जांच और सभी हितधारकों से बातचीत करने के निर्देश जारी किए थे। मामले की जांच के लिए एनटीए की ओर से फैक्ट फाइंडिंग कमेटी भी बनाई गई थी। एनटीए ने कहा था कि वह कमेटी की जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगी।

एक माता-पिता द्वारा एक शिकायत दर्ज की गई थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि उनकी बेटी सहित छात्रों को “मानसिक रूप से प्रताड़ित” किया गया था, भले ही राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा ड्रेस कोड में इनरवियर ( innerwear ) को हटाने का सुझाव नहीं दिया गया था। लड़की के पिता ने दावा किया कि कम से कम 90 प्रतिशत छात्राओं को परीक्षा देने से पहले अपने इनरवियर को हटाने के लिए कहा गया और उन्हें स्टोर रूम में डंप करने के लिए कहा गया।
NEET test centre innerwear removal case: NTA constitutes Fact Finding Committee
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— ANI Digital (@ani_digital) July 19, 2022