पंजाब ( Punjab) में सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड से जुड़े 2 शूटर मनप्रीत सिंह मनु और जगरूप सिंह रूपा का पंजाब पुलिस (Punjab Police) ने 5 घंटे के एनकाउंटर के बाद अंत कर दिया। ये दोनों अटारी के पास भकना गांव में एक सुनसान कोठी में छिपे थे। सुबह करीब 11 बजे शुरू मुठभेड़ में दोनों तरफ से ताबड़तोड़ गोलियां चली। भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से 10 किलोमीटर दूर भकना गांव में करीब 5 घंटे एनकाउंटर चला।
पंजाब पुलिस (Punjab Police) को सूचना मिली थी कि मूसेवाला के मर्डर के बाद गैंगस्टर जगरूप रूपा और मनप्रीत मन्नू पाकिस्तान भागने की फिराक में हैं और अमृतसर जिले में इंडो-पाक इंटरनेशनल बॉर्डर के पास ठहरे हुए हैं। मूसेवाला के मर्डर के बाद पिछले 52 दिन से पुलिस रूपा और मन्नू की तलाश कर रही थी। ये दोनों अमृतसर जिले के भकना गांव में खेतों में बने एक मकान में छिपे थे। भकना गांव के लोगों ने बताया कि इस घर में कोई नहीं रहता।इसके बाद पंजाब पुलिस ने गांव को घेरा और ऑपेशन शुरू किया। गैंगस्टरों ने पुलिस पर फायरिंग की। जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई।
पुलिस के जवानों ने गांव को चारों तरफ से घेर लिया है। यह गांव पाकिस्तान सीमा के नजदीक अटारी के पास स्थित है। पुलिस ने आत्मसमर्पण को कहा तो उन्होंने एके-47 से फायरिंग कर दी। मजबूरन पुलिस को भी जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी।
मुठभेड़ के बाद लोग घरों से निकलकर गांव में एकत्र होने शुरू हो गए। उधर, डीजीपी गौरव यादव भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने मनप्रीत सिंह मनु और जगरूप सिंह रूपा के एनकाउंटर में मारे जाने की पुष्टि की। पुलिस ने मौके से एके-47 और पिस्तौल बरामद की है।
गैंगस्टरों के पास एके-47 जैसे आधुनिक हथियार थे, जिनकी मदद से वे लगातार पुलिस को चुनौती देते रहे। एनकाउंटर में तीन पुलिस वाले घायल हुए हैं। एक निजी चैनल के पत्रकार को टांग में गोली लगी है, उसे उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया।
इससे पहले दोनों तरफ से लगभग 100 राउंड गोलियां चली। पुलिस के कमांडो लगातार हवेली के भीतर घुसने का प्रयास करते रहे लेकिन जैसे ही वह आगे बढ़ते, गैंगस्टर फायरिंग शुरू कर देते। इसके बाद पुलिस की 2 गाड़ियां हथियार लेकर हवेली की तरफ पहुंची। मौके पर बख्तबंद वाहन भी बुलाए गए, हालांकि एक की एंबुलेंस से टक्कर हो गई।
पंजाब पुलिस (Punjab Police) की जांच में सामने आया कि मूसेवाला की हत्या करने वाले जगरूप सिंह रूपा और मनप्रीत मन्नू कुस्सा कत्ल के बाद पंजाब में ही घूमते रहे। सूत्रों के मुताबिक, जून अंत तक वे तरनतारन के एक गांव में छिपे रहे। रूपा इसी इलाके का रहने वाला था। यहां दूसरे गैंगस्टर तूफान ने उन्हें अपने फार्म हाउस में छिपा रखा था। इनके साथ गैंगस्टर रईया भी मौजूद था।
#SidhuMoosewala murder: #AGTF ADGP Promod Ban confirms the operation concluded successfully as both Manpreet Mannu & Jagroop Roopa, who killed #Moosewala were neutralized in a heavy exchange of fire.#Police also recovered an AK-47 along with heavy ammunition from the spot.
— Punjab Police India (@PunjabPoliceInd) July 20, 2022