पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ( Jagdeep Dhankhar ) देश के नए 14वें उपराष्ट्रपति होंगे। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी और विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को हराया। धनखड़ को 528 वोट मिले। इसमें से 15 वोट अमान्य रहे। वहीं मार्गरेट अल्वा को कुल 182 वोट मिले। इस तरह धनखड़ ने विपक्ष के उम्मीदवार को 346 मतों के अंतर से हराया। लोकसभा के महासचिव उत्पल कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस कर उनकी जीत का औपचारिक ऐलान किया।
जगदीप धनखड़ ( Jagdeep Dhankhar )11 अगस्त को उपराष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को खत्म हो रहा है। इधर, प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में धनखड़ से मुलाकात कर जीत की बधाई दी।
मार्गरेट अल्वा ने भी धनखड़ को जीत पर बधाई दी। साथ ही ट्वीट कर कई विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- दुर्भाग्य से, कुछ विपक्षी दलों ने एकजुट विपक्ष को पटरी से उतारने की कोशिश में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर BJP का समर्थन किया। उन्होंने अपनी विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचाया है।
चुनाव के रिटर्निंग अफसर उत्पल सिंह ने बताया कि कुल 780 वोटर्स में से 725 (92.94%) ने वोट किया। जीत के लिए 356 वोटों की जरूरत थी। कुल वैलिड वोट में से धनखड़ को 74.36% वोट मिले। 1997 के बाद से हुए पिछले 6 उपराष्ट्रपति चुनावों में उन्होंने सबसे अधिक अंतर से जीत हासिल की है।
पिछले उपराष्ट्रपति चुनाव में एम वेंकैया नायडू को करीब 68% वोट मिले थे। धनखड़ ने इस चुनाव में वेंकैया नायडू को पीछे छोड़ दिया है। शनिवार सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक चुनाव में 55 सांसदों ने वोट नहीं डाला।
ममता ने अपने 36 सांसदों को वोटिंग से दूर रहने की बात कही थी, लेकिन TMC सांसद शिशिर अधिकारी और दिव्येंदु अधिकारी ने ममता के फैसले के खिलाफ वोट किया। आंकड़ों के हिसाब से एनडीए कैंडिडेट धनखड़ की जीत के लिए BJP के ही वोट काफी है। BJP के दोनों सदनों में 394 सांसद हैं, यह बहुमत के आंकड़े 356 से ज्यादा हैं।सपा और शिवसेना के 2, जबकि बसपा के एक सांसद ने वोट नहीं किया। वही, भाजपा सांसद सनी देओल और संजय धोत्रे ने वोट नहीं किया।
राजस्थान के झुंझुणूं जिले में एक सुदूर किठाना गांव में कृषि परिवार में जन्मे जगदीप धनखड़ ( Jagdeep Dhankhar )का उपराष्ट्रपति तक का सफर बेहद दिलचस्प है। जगदीप धनखड़ साल 1989 में जनता दल पार्टी के सांसद के तौर पहली बार राजस्थान के झुंझुणूं जिले से संसद पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने संसदीय कार्यमंत्री के तौर पर अपनी सेवाएं दी। 1993 में वे अजमेर जिले के किशनगढ़ से राजस्थान विधानसभा पहुंचे। साल 2019 में उन्हें केंद्र सरकार द्वारा पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया गया था।
#WATCH | Delhi: PM Narendra Modi, BJP chief JP Nadda & Vice-President elect Jagdeep Dhankhar engage in a conversation, as PM Modi leaves from the residence of Dhankhar after congratulating him on being elected the Vice President of India pic.twitter.com/1DnEhvbh7S
— ANI (@ANI) August 6, 2022