पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ ( Jagdeep Dhankhar ) अब देश के 14वें उपराष्ट्रपति बन चुके हैं। उन्होंने गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। धनखड़ ने विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को 346 मतों के अंतर से हराया था। इस शपथग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ( Jagdeep Dhankhar ) ने आज शपथ लेने से पहले दिल्ली स्थित महात्मा गांधी के स्मारक गए। उसके बाद उन्होंने राष्ट्रपति भवन में मौजूद मोदी सरकार के मंत्रियों, पूर्व राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति समेत भवन में मौजूद बाकी लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। इसके बाद राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रगान के बाद धनखड़ को दूसरी महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
भारत के उप राष्ट्रपति उच्च सदन राज्यसभा के पदेन सभापति भी होते हैं। यानी राज्यसभा की कार्यवाही चलाने का जिम्मा भी उन्हीं पर होती है। धनखड़ का कार्यकाल 10 अगस्त 2027 तक का होगा।
70 साल के जगदीप धनखड़ ( Jagdeep Dhankhar ) को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 30 जुलाई 2019 को बंगाल का 28वां राज्यपाल नियुक्त किया था। वे 1989 से 1991 तक राजस्थान के झुंझुनू से लोकसभा सांसद रहे। 1989 से 1991 तक वीपी सिंह और चंद्रशेखर की सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रहे।
18 मई 1951 को झुंझुनू जिले में साधारण किसान परिवार में पैदा हुए जगदीप धनखड़ ( Jagdeep Dhankhar ) की शुरुआती शिक्षा गांव में हुई। फिर उनका एडमिशन सैनिक स्कूल चित्तौड़गढ़ में करवाया गया। धनखड़ का NDA (नेशनल डिफेंस एकेडमी) में सिलेक्शन हो गया था, लेकिन वो गए नहीं। उन्होंने राजस्थान यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया। इसके बाद LLB की पढ़ाई की। जयुपर में ही रहकर वकालत शुरू की थी।
President Droupadi Murmu administered oath of Office of Vice President to Shri Jagdeep Dhankhar at a Swearing-in-Ceremony at Rashtrapati Bhavan pic.twitter.com/Vrum223CXj
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 11, 2022