Friday, September 20, 2024

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जॉनसन एंड जॉनसन के बेबी पाउडर का उत्पादन होगा बंद,अमेरिका-कनाडा में 2020 से ही बिकना हो चुका बंद

Johnson & Johnson to stop selling talc-based baby powder globally in 2023

Johnson & Johnson to stop selling talc-based baby powder globally in 2023 (Johnson & Johnson )2023 तक पूरी दुनिया में अपने बेबी टैल्कम पाउडर को बेचना बंद कर देगी।कंपनी ने कहा है कि साल 2023 से वह टैल्कम पाउडर का उत्पादन बंद कर देगी। कंपनी की ओर से कहा गया है कि वह टेल्कम पाउडर के उत्पादन के कारण होने वाले मुकदमों से परेशान हो चुकी है इसलिए उसने यह फैसला लिया है। बता दें कि कंपनी ने अमेरिका और कनाडा में टेल्कम पाउडर का उत्पादन पहले ही बंद कर दिया है।

बता दें कि बीते कुछ सालाें में कंपनी के बेबी पाउडर पर कैंसर होने के कई आरोप लग चुके हैं। जिसके कारण कंपनी को लंबी कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ी है। कैंसर की आशंका वाली रिपोर्ट सामने आने पर कंपनी के उत्पादों की बिक्री में भी काफी गिरावट देखने को मिली थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी अब टैल्क बेस्ड पाउडर की जगह स्टार्च पर आधारित पाउडर का उत्पादन करेगी।

2020 में जॉनसन एंड जॉनसन (Johnson & Johnson ) ने अमेरिका और कनाडा में अपने टैल्क बेबी पाउडर की बिक्री बंद करने का ऐलान किया था। कंपनी ने कहा था कि कानूनी चुनौतियों के बीच उत्पाद की गलत जानकारी के कारण मांग गिर गई है। कंपनी को लगभग 38,000 मुकदमों का सामना करना पड़ा था, जिसमें दावा किया गया था कि इसके टैल्क प्रोडक्ट में एस्बेस्टस की मौजूदगी उनके कैंसर का कारण बना।

जॉनसन एंड जॉनसन (Johnson & Johnson )को भारत में भी 2019 में पाउडर में एस्बेस्टस के आरोपों के बाद अपने प्लांट में प्रोडक्शन बंद करना पड़ा था। हालांकि भारत के ड्रग कंट्रोलर ने टेस्टिंग में पाउडर में एस्बेस्टस नहीं पाया। इसके बाद कंपनी ने बद्दी और मुलुंड प्लांट में अपने बेबी पाउडर का उत्पादन फिर से शुरू कर दिया था।

टैल्क एक प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला मिनरल है। इससे बने पाउडर को टैल्कम पाउडर कहते हैं। इस मैग्नीशियम, सिलिकॉन, ऑक्सीजन और हाइड्रोजन से बना होता है। टैल्क का रासायनिक नाम Mg3Si4O10(OH)2 है। कॉस्मेटिक और पर्सनल केयर बनाने में इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसमें नमी को सोखने का गुण होता है।

ब्यूटी केयर प्रोडक्ट में टैल्क के इस्तेमाल पर सवाल उठते रहे हैं। माना जाता है कि इसके इस्तेमाल से कैंसर होता है। दरअसल, जहां से टैल्क निकाला जाता है वहीं से एस्बेस्टस भी निकलता है। एस्बेटस जिसे अभ्रक भी कहा जाता है एक प्रकार का सिलिकेट मिनरल है। इसका क्रिस्टल स्ट्रक्चर अलग होता है। इससे शरीर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचता है, कहा जाता है कि टैल्क की माइनिंग के दौरान इसमें एस्बेस्टस के मिलने का भी खतरा रहता है।

Vijay Upadhyay

Vijay Upadhyay is a career journalist with 23 years of experience in various English & Hindi national dailies. He has worked with UNI, DD/AIR & The Pioneer, among other national newspapers. He currently heads the United News Room, a news agency engaged in providing local news content to national newspapers and television news channels