राजस्थान ( Rajasthan ) के जालोर ( Jalore ) जिले में स्कूल टीचर की पिटाई से एक नौ साल के दलित बच्चे की मौत हो गई। उदयुपर और अहमदाबाद में 24 दिन चले इलाज के बाद भी उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। कल शनिवार शाम को बच्चे की मौत के बाद पुलिस ने आरोपी शिक्षक को हिरासत में लिया और फिर गिरफ्तार कर लिया। तनाव की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने जालोर में इंटरनेट सेवा बंद कर दी है। वहीं, कलेक्टर, एसपी और एडीएम सहित कई आला अधिकारी पीड़ित के गांव में मौजूद है।
जालोर ( Jalore ) में 9 साल के दलित स्टूडेंट की मौत के मामले को लेकर भीम आर्मी के समर्थकों ने रविवार दोपहर पुलिस पर पथराव कर दिया। इसके बाद पुलिस ने भी जमकर लाठियां फटकारीं। लाठीचार्ज में मृतक स्टूडेंट के मामा समेत 5-6 लोगों को चोटें आई हैं।
जालोर ( Jalore ) में प्रदर्शनकारियों ने गाड़ियां खड़ी कर गांव का रास्ता ब्लॉक कर दिया है। घायलों तक को अस्पताल नहीं ले जा पा रहे हैं। उधर, मामला बिगड़ने की आशंका के चलते प्रशासन ने अगले आदेश तक सुबह से ही जिले में इंटरनेट सेवा बंद कर दी है। दूसरी ओर, मुख्यमंत्री सहायता कोष से 5 लाख के मुआवजे की घोषणा की जा चुकी है। वहीं कलेक्टर ने 4 लाख की सहायता राशि की स्वीकृति दी है। चालान पेश होने के बाद 4 लाख की और सहायता राशि कलेक्टर की ओर से स्वीकृत की जाएगी।
जिले के सायला थाना क्षेत्र के सुराणा गांव में रहने वाला 9 साल का इंद्र मेघवाल सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल में तीसरी कक्षा में पढ़ता था। 20 जुलाई को बच्चे ने स्कूल में रखे एक मटके से पानी पी लिया था। इस बात पर शिक्षक छैल सिंह ने उसकी पिटाई कर दी। घर पहुंचने पर उसकी तबियत ज्यादा बिगड़ी तो पिता देवाराम ने उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन बच्चे की हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे उदयपुर रेफर दिया।
जहां कई दिन चले इलाज के बाद उसकी तबियत में सुधार नहीं हुआ। इसके बाद परिजन उसे अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में लेकर चल गए। जहां कई दिन चले इलाज के बाद बीते शनिवार को बच्चे की मौत हो गई थी। प्राथमिकी जांच में सामने आया है कि उसके पिटाई से उसके कान की नस फट गई थी। उसका एक हाथ और पैर भी ठीक से काम नहीं कर रहा था।
इंद्र के पिता देवाराम का आरोप है कि दलित होने के कारण उनके बच्चे से मारपीट की गई है। जिससे उसकी जान चली गई। उन्होंने कहा कि 20 जुलाई को बच्चा स्कूल गया था। प्यास लगने पर उसने स्कूल में रखी एक मटकी से पानी पी लिया, इसके बाद शिक्षक छैल सिंह ने उसकी पिटाई कर दी। उसे इतना पीटा कि उसके कान और आंख में अंदरूनी चोटें आईं थी। तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उसे अस्पताल लेकर गए थे।
देवाराम ने आरोप लगाया कि इंद्र ने जिस मटके से पानी पिया था उससे सिर्फ छैल सिंह ही पानी पीते हैं। एक दलित बच्चे ने उस मटके से पानी पी लिया तो उसे बुरी तरह पीटा गया और जातिसूचक शब्दों का भी प्रयोग किया गया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्वीट कर लिखा, नौ साल के विद्यार्थी इंद्र मेघवाल की ऐसी क्या गलती थी कि उसे पीटकर गहरे जख्म दिए गए, जिससे उसकी मौत हो गई। इसका जिम्मेदार कौन है ? वहीं पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने ट्वीट कर लिखा- मासूम इंद्र की हत्या बेहद दुखद है। देश को आजाद हुए भले ही 75 साल हो गए, लेकिन कुछ लोगों की मानसिकता अब भी नहीं बदली है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
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— Jalore Police (@JalorePolice) August 13, 2022