लाल किले (Red Fort ) की प्रचीर से देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ( PM Modi ) ने कहा कि देश को आगे बढ़ाने के लिए आज हमें पांच प्रण लेने की जरूरत है। उन्होंने देश वासियों के लिए 25 साल का ब्लूप्रिंट रखा और कहा कि यह ब्लूप्रिंट तबी कामयाब होगा जब हम पांच प्रण लेंगे।
लगातार नौवीं बार था जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी( PM Modi ) ने स्वतंत्रता दिवस (Independence Day ) पर लाल किले की प्राचीर से नागरिकों को संबोधित किया। अपने 83 मिनट लंबे भाषण में, पीएम मोदी ने देश के भूले हुए नायकों, पंचप्राण, नारी शक्ति, भ्रष्टाचार और पारिवारवाद के अलावा अन्य बातों के बारे में बात की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,”अब देश बड़े संकल्प लेकर चलेगा, और वो बड़ा संकल्प है विकसित भारत और उससे कुछ कम नहीं होना चाहिए। दूसरा प्राण है किसी भी कोने में हमारे मन के भीतर अगर गुलामी का एक भी अंश हो उसे किसी भी हालत में बचने नहीं देना।
प्रधानमंत्री मोदी( PM Modi ) ने कहा,” तीसरी प्राण शक्ति- हमें अपनी विरासत पर गर्व होना चाहिए… चौथा प्राण है- एकता और एकजुटता… पांचवां प्राण है- नागरिकों का कर्तव्य, इसमें प्रधानमंत्री भी बाहर नहीं होता है, राष्ट्रपति भी बाहर नहीं है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘आज हम दो बड़ी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। भ्रष्टाचार और ‘परिवारवाद’ या भाई-भतीजावाद। हमें अपनी संस्थाओं की ताकत का एहसास करने के लिए, योग्यता के आधार पर देश को आगे ले जाने के लिए ‘परिवारवाद’ के खिलाफ जागरूकता बढ़ानी होगी। भ्रष्टाचार देश को दीमक की तरह खोखला कर रहा है, हमें इससे लड़ना है। उन्होंने कहा कि जिन्होंने देश को लूटा, उन्हें लौटाना होगा। बैंक लूटनेवालों की संपत्ति जब्त हो रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को 76वें स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगे की धारियों वाला सफेद रंग का साफा पहना।पारंपरिक कुर्ता और चूड़ीदार पायजामे के ऊपर नीले रंग का जैकेट तथा काले रंग के जूते पहने, प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराया और लगातार नौवीं बार देश को संबोधित किया।
जब वो देश को संबोधित कर रहे थे तो बार-बार 130 करोड़ जनता की सामूहिक चेतना और ताकत का जिक्र हुआ। नरेंद्र मोदी ने साफ संकेत दे दिए कि देश को लूटने वाले भ्रष्टाचारी बच नहीं पाएंगे। राजनीति में परिवारवाद नहीं चलेगा। एक साफ संकेत प्रधानमंत्री ने दिया और देश के लोगों से इन बुराइयों के प्रति जंग में अपने लिए आशीर्वाद मांग लिया। ये एक बड़ा संकेत है। हो सकता है आने वाले सममय में परिवारवाद और भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई बड़ा फैसला मोदी सरकार लेने वाली है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तब थोड़े भावुक हो गए जब उन्होंने देश की प्रगति में आधी आबादी का जिक्र तो किया लेकिन उनके साथ हो रहे व्यवहार पर दुख जताया। मेड इन इंडिया, डिजिल इंडिया, आत्मनिर्भर भारत जैसे बड़े लक्ष्यों पर चलते हुए देश के भविष्य का खाका मोदी ने खींच दिया। 80 मिनट से ज्यादा के भाषण में 67 बार तालियां बजीं।
Corruption and cronyism / nepotism…these are the evils we must stay away from. #IndiaAt75 pic.twitter.com/eXOQxO6kvR
— Narendra Modi (@narendramodi) August 15, 2022