आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी( Atal Bihari Vajpayee ) की चौथी पुण्यतिथि ( death anniversary ) है।इस मौके पर देश अटल बिहारी वाजपेयी को नम आखों से याद कर रहा है।दिल्ली में सदैव अटल ( Sadaiv Atal )स्मृति स्थल पर पर आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है। उनके साथ ही उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी पूर्व पीएम की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।
इन सभी नेताओं के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी श्रद्धांजलि दी। फिलहाल बड़े नेताओं के आने का सिलसिला अभी जारी है। बता दें 16 अगस्त, 2018 को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया था।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की दत्तक पुत्री नमिता कौल भट्टाचार्य ने आज ‘सदैव अटल’ की पुण्यतिथि पर पुष्पांजलि अर्पित की।
सरकार के कई मंत्री ट्विटर के जरिये दिवंगत पीएम वाजपेयी को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट में लिखा, ”श्रद्धेय अटल जी ने मां भारती के गौरव को पुनर्स्थापित करने के लिए अपने जीवन का प्रत्येक क्षण खपाया, उन्होंने भारतीय राजनीति में गरीब कल्याण व सुशासन के नए युग की शुरुआत की और साथ ही विश्व को भारत के साहस व शक्ति का भी अहसास कराया।आज उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें नमन।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्व पीएम को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, ”पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की पुण्यतिथि पर मैं उन्हें स्मरण करते हुए नमन करता हूं। देश को विकास और सुशासन का मंत्र देने वाले अटल जी का पूरा जीवन उनके व्यक्तित्व की गहराई और कृतित्व की ऊंचाई का प्रतिबिम्ब है, भारत की विकास यात्रा में उनका योगदान अविस्मरणीय ।
देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ( Atal Bihari Vajpayee )का 16 अगस्त 2018 को उनका देहांत हो गया था। उनकी गिनती देश की सियासत के उन चंद नेताओं में होती है जो कभी दलगत राजनीति के बंधन में नहीं बंधे। उन्हें हमेशा ही सभी पार्टियों से भरपूर प्यार व स्नेह मिला। देश के तमाम नेता और जनता आज उनको याद कर रही है।
साल 1996 में अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) ने महज 13 दिन में ही प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि वह 1998 में दोबारा प्रधानमंत्री के पद के लिए चुने गए। फिर तीसरी बार 1999 से 2004 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। तब उन्होंने पांच साल का कार्यकाल पूरा किया। अटल बिहारी वाजपेयी 1991, 1996, 1998, 1999 और 2004 में लखनऊ से लोकसभा के लिए चुने गए थे।
Delhi | Prime Minister Narendra Modi pays floral tribute to former Prime Minister #AtalBihariVajpayee on his death anniversary, at Sadaiv Atal. pic.twitter.com/QSxVZ14huV
— ANI (@ANI) August 16, 2022