Saturday, September 21, 2024

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Jharkhand : दुमका में 17 साल की अंकिता को जिंदा जलाने वाला शाहरुख पुलिस हिरासत में हंस रहा था, पीड़िता ने मौत से पहले दरिंदगी का किया खुलासा

Accused of burning 17-year-old Ankita in Dumka, Shahrukh seen laughing in police custody

)  के दुमका( Dumka ) में शाहरुख ने एकतरफा प्यार में जिस अंकिता (17) को जिंदा जलाया था अब उस लड़की ने दम तोड़ दिया है। शनिवार-रविवार की रात करीब 2 बजे रांची के रिम्स अस्पताल ( )में अंकिता ने अंतिम सांस ली है। बुरी तरह जल चुकी अंकिता ने 5 दिन तक जिंदगी की जंग लड़ी। लेकिन आखिरकार वो यह जंग हार गई और रविवार को  उसकी मौत हो गई है।आरोपी शाहरुख  अंकिता को आते-जाते छेड़ता और दोस्ती के लिए दबाव डालता था। पुलिस ने जब उसे गिरफ्तार किया तो वह हंसता रहा। घटना से शहर में तनाव है। हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किया है।

अंकिता ने बताया कि घटना 23 अगस्त की सुबह पांच बजे के आसपास की है। मैं अपने कमरे में सो रही थी, अचानक कमरे की खिड़की के पास आग की लपटें देखकर मैं डर गई। जब मैंने खिड़की खोली तब देखा की मोहल्ले का आवारा लड़का शाहरुख हुसैन हाथ में पेट्रोल का कैन लिए मेरे घर की तरफ से भाग रहा था। तब तक आग मेरे शरीर में भी लग चुकी थी और मुझे काफी जलन सी महसूस हो रही थी।

अंकिता ने कहा- मैं सिर्फ यही देख पाई की ब्लू टीशर्ट पहने, हाथ में पेट्रोल की कैन लिए शाहरुख भाग रहा था। ये वही शाहरुख था जो पिछले दस पन्द्रह दिन से मुझे परेशान कर रहा था। मोहल्ले में उसकी छवि एक आवारा किस्म के लड़के की थी। जिसका काम सिर्फ लड़कियों को परेशान करना और उन्हें अपने झांसे में लेकर इधर-उधर घुमाना था।

अंकिता ने मौत से पहले अपने दिए बयान में कहा कि पिछले दस-पंद्रह दिन से वह मेरे आगे पीछे घूम रहा था। जब भी मैं स्कूल या ट्यूशन के लिए जाती वह मेरा पीछा करता। हालांकि मैंने कभी उसकी हरकतों को सीरियसली नहीं लिया, लेकिन उसने कहीं से मेरे मोबाइल का नम्बर जुगाड़ कर लिया था। उसके बाद अक्सर मुझे फोन करके मुझसे दोस्ती करने का दबाव बनाने लगा। मैंने उसे स्पष्ट कर दिया था कि मुझे इन सबसे कोई लेना देना नहीं है।

अंकिता के मुताबिक शाहरुख ने धमकी भी दी थी कि अगर मैं उसकी बात नहीं मानूंगी तो वह मुझे और मेरे परिवार वालों को मार देगा। मुझे उसकी हरकतों का अंदेशा तो था, लेकिन यह नहीं समझ पाई कि मेरे साथ ऐसा होगा। 22 अगस्त की रात उसने मुझे धमकी दी थी कि अगर मैं उसकी बात नहीं मानूंगी तो वह मुझे मारेगा। मैंने पापा को यह बात बताई उन्होंने कहा कि सुबह होने के बाद इस मामले का हल निकाला जाएगा, लेकिन इससे पहले कि इस समस्या का कोई हल निकल पाता 23 अगस्त की सुबह शाहरुख ने पेट्रोल छिड़ककर मुझे जला डाला।

घटना के बाद अंकिता को दुमका ( Dumka ) स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत बिगड़ने पर 23 अगस्त की शाम को रांची के रिम्स के लिए रेफर कर दिया गया। पांच दिनों तक उसका इलाज रिम्स में चला और उसके बाद 28 अगस्त की आधी रात वह जिंदगी की लड़ाई हार गई। अंकिता ने मौत से पहले यह बयान एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट चंद्रजीत सिंह और एसडीपीओ नूर मुस्तफा के सामने दिया है।

 Accused of burning 17-year-old Ankita in Dumka, Shahrukh seen laughing in police custody  दुमका ( Dumka ) में  अंकिता हत्याकांड को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। भाजपा ने हेमंत सोरेन सरकार को घेरा है तो वहीं पुलिस अफसर नूर मुस्तफा पर पक्षपात के आरोप को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट किया, ”हम दुमका की बेटी को नहीं बचा पाए। मुख्यमंत्री जी और कुनबा  पार्टी करते रहे। अब धारा 144 और आमलोगों को जेल भेजने व प्रताड़ित करने का खेल चल रहा है। जो राज्य की सरकार महिला के इज्जत और सम्मान पर गंभीर ना हो पाई उस सरकार को जनता अब कभी गंभीरता से नहीं लेगी। अभियुक्तों की गिरफ्तारी और नूर मुस्तफा के बर्खास्तगी तक हम चैन से नहीं बैठेंगे।”

भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष नीतू झा ने पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा यह विरोध प्रदर्शन पार्टी लाइन से उपर उठ कर कर रहे हैं। एक मां और एक बहन होने के नाते अंकिता को न्याय दिलाने के लिए हमलोग सड़क पर हैं। अगर एक सप्ताह के अंदर मामले में कार्रवाई नहीं होती है तो हमलोग फिर सड़क पर उतरेंगे। नीतू झा ने कहा जब तक अंकिता को न्याय नहीं मिल जता है तब तक वे एक बहन के रुप में पूरे समाज को जगाती रहेंगी।

दुमका ( Dumka )  में फिलहाल आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है। अंकिता की मौत के बाद दुमका शहर में तनाव की स्थिति है। वारदात के खिलाफ बजरंग दल और बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया है और आरोपी को फास्ट ट्रैक कोर्ट के मार्फत सजा सुनाने की मांग की है।

आक्रोशित लोगों का दुमका पुलिस के प्रति काफी गुस्सा था। दुधानी टावर चौक प्रदर्शन के दौरान आक्रोशित लोगों ने दुमका के एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी के विरोध में भी नारेबाजी करते हुए पुलिस पर पक्षपात करने का आरोप लगाया। आरोप है कि एसडीपीओ ने केस दर्ज करते समय अंकिता को बालिग बताया जबकि वह नाबालिग थी। आक्रोशित लोगों ने एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी को सस्पेंड करने और अंकिता हत्याकांड के आरोपी शाहरुख को फांसी देने की मांग कर रहे थे।

मासूम छात्रा अंकिता को ज़िंदा जला कर मार डालने वाला ये दरिंदा है शाहरुख़, झारखंड की बजाए यही UP में होता तो अब तक इसकी चाल भी बदल गई होती और अंदाज भी, लानत है झारखंड की निकृष्ट सरकार पर !! pic.twitter.com/jlzz1ullfS

— Dr. Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) August 29, 2022

 

Vijay Upadhyay

Vijay Upadhyay is a career journalist with 23 years of experience in various English & Hindi national dailies. He has worked with UNI, DD/AIR & The Pioneer, among other national newspapers. He currently heads the United News Room, a news agency engaged in providing local news content to national newspapers and television news channels