झारखंड( Jharkhand ) के दुमका( Dumka ) में एक सरकारी स्कूल के 9वीं क्लास के छात्रों ने अपने टीचर और स्कूल के दो स्टाफ को पेड़ से बांधा और उनकी पिटाई कर दी। प्रैक्टिकल एग्जाम में कम नंबर आने की वजह से ये सभी स्टूडेंट्स के फेल हाे गए थे।
छात्रों का आरोप है कि टीचर ने जानबूझकर उन्हें कम नंबर दिए, जिसकी वजह से वे फेल हो गए। इसी बात से नाराज छात्रों ने टीचर, क्लर्क और चपरासी को स्कूल के ही आम के पेड़ में रस्सी से बांधा और जमकर पीटा। छात्रों ने इस पूरी घटना का फेसबुक लाइव भी किया है। वीडियो सामने आने के बाद डीडीसी ने मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है।
झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) ने 26 अगस्त को 9वीं क्लास का रिजल्ट जारी किया था जिसमें दुमका( Dumka ) जिले के अनुसूचित जनजाति आवासीय उच्च विद्यालय गोपीकांदर के 36 छात्रों ने 9वीं बोर्ड की परीक्षा दी थी । जिसमे 11 छात्रों को दो विषयों में डी ग्रेड दिया गया। छात्रों ने सोमवार को विद्यालय के प्राचार्य रामदेव प्रसाद केशरी से मिले और उन्हें मामले की जानकारी दी। लेकिन, प्राचार्य ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि ‘पूर्व में कुमार सुमन प्राचार्य थे, उन्होंने नम्बर दिया है हम नहीं है जानते।’ इसके बाद सभी छात्र कुमार सुमन से मिलकर प्रेक्टिकल विषय का नम्बर दिखाने की मांग करने लगे, जिसे दिखाने से कुमार सुमन ने साफ मना कर दिया, जिसके बाद छात्र लिपिक सोनेराम चौड़े से मिले उन्होंने भी कोई भी कागजात दिखाने से साफ मना कर दिया। जिसके बाद छात्रों ने अपना आपा खो दिया और कुमार सुमन के साथ हाथपाई करते हुए उन्हें विद्यालय परिसर में आम के पेड़ में बांधकर मारपीट की।
छात्रों का आरोप है कि जानबूझकर कम नंबर दिए गए हैं। बाद में टीचर की रिक्वेस्ट पर छात्रों ने उन्हें छोड़ दिया। वीडियो में स्टूडेंट्स को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि शिक्षकों ने बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ किया है। इसका लाइव करो, वीडियो वायरल करो।

इस बारे में दुमका ( Dumka ) के उप विकास आयुक्त (DDC) ने कहा कि इसकी जांच जिला कल्याण पदाधिकारी और गोपीकांदर के बीडीओ करेंगे। स्टूडेंट्स के आरोप की भी जांच की जाएगी। डीडीसी ने कहा कि कारण कुछ भी हो लेकिन शिक्षक और अन्य लोगों की पिटाई करने का मामला गंभीर है। उन्होंने कहा कि इसमें दोषी छात्रों को चिन्हित किया जा रहा है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, इस घटना में घायल हुए शिक्षक कुमार सुमन ने कहा “छात्रों ने हमें बैठक (Meeting) करने के बहाने बुलाया और कहा कि उनका रिजल्ट खराब हो गया है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि प्रैक्टिकल परीक्षा के नंबर रिजल्ट में शामिल थे। नंबरों पर बात करने और सुधार का काम प्रिंसिपल के द्वारा किया जा सकता है। हमारे पास ऐसा कोई अधिकार नहीं है।
Jharkhand | School students in a village in Dumka tied their teachers to a tree & allegedly beat them up for providing fewer marks to them due to which they flunked their exams pic.twitter.com/P9slt1DjmB
— ANI (@ANI) August 31, 2022
#Jharkhand : प्रैक्टिकल नम्बर नहीं चढ़ाए जाने के कारण फेल हुए नाराज छात्रों ने शिक्षकों को पेड़ से बांधकर पीटा, झारखंड के दुमका जिले का मामला.#Dumka #Viral #school #Teachers #beating pic.twitter.com/tDlgudJJLn
— कुलदीप नागेश्वर पवार Kuldeep Nageshwar Pawar (@kuldipnpawar) August 31, 2022