पंजाब (Punjab) तरनतारन ( Tarn Taran )शहर में एक चर्च( Church ) में तोड़फोड़ किए जाने का मामला सामने आया है। मंगलवार रात 12.30 बजे चार आरोपी चर्च में दाखिल हुए। सीसीटीवी में दो आरोपी दिखाई दिए, जिन्होंने चर्च के बाहर लगी भगवान यीशू और मां मरियम की मूर्ति का सिर तोड़ दिया। पादरी की कार में भी आग लगा दी। इलाके में तनाव है। तीन दिन पहले जंडियाला के पास गांव में ईसाइयों व निहंगों के बीच झड़प हुई थी।
जो 4 लोग चर्च ( Church ) में दाखिल हुए थे उन्होंने गार्ड के सिर पर पिस्तौल रख उसकी बाजू को बांध दिया। चर्च में बनी पहली मंजिल पर माता मरियम और भगवान यीशू की मूर्ति को तोड़ डाला। यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। आरोपियों ने मूर्ति का सिर अलग किया और उसे उठा कर साथ ले गए। जाते समय आरोपी चर्च के अंदर खड़ी कार को भी आग लगा गए।
बता दें कि,तरनतारन ( Tarn Taran ) का गांव ठक्करपुरा ईसाई समुदाय का गढ़ माना जाता है। यहां वर्षों से प्रभु यीशु और मां मरियम की पुरानी और सूंदर मूर्ति लगी हुई है। वहीं हर रविवार को यहां इलाके भर से ईसाई समुदाय के परिवार प्रेयर लिए आते हैं। मंगलवार रात करीब पौने एक बजे आधा दर्जन लोग चर्च में दाखिल हुए। इस दौरान उन्होंने गार्ड पर पिस्तौल तानकर उसको अपना मुंह बंद रखने लिए कहा।
एक नौजवान ने चर्च में विराजमान प्रभु यीशु और मां मरियम की मूर्ति को बुरी तरह से खंडित करते उनके सिर उतार दिए। नौजवान मूर्ति के सिर अपने साथ ले गए। जाते समय उन्होंने गार्ड से भी मारपीट की।
ईसाई धर्म के लोगों ने बुधवार सुबह पट्टी-खेमकरण राज्य मार्ग को बंद कर दिया है। धरने पर बैठे ईसाई इंसाफ और आरोपियों को पकड़ने की मांग कर रहे हैं। पुलिस मौके पर पहुंची है और लोगों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है।
चर्च ( Church ) में पादरी सोखा मसीह ने कहा कि ईसाई धर्म इस घटना की निंदा करता है। उन्होंने कहा कि सामूहिक भाईचारे की भावनाओं को आहत करने वालों के खिलाफ करवाई की जाए। उधर, एसएसपी रंजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि चर्च में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हुए आरोपितों की पहचान करके उनके खिलाफ सख्त करवाई करने के आदेश दिए गए हैं। फिलहाल मामले में जांच जारी है।
रविवार को जंडियाला गुरु के गांव डडुआना में चल रहे ईसाई कार्यक्रम को निहंग सिखों ने रुकवा दिया था। निहंगों ने वहां तोड़फोड़ भी की थी। पुलिस ने इस घटना के बाद 150 निहंग सिखों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
दूसरी तरफ मंगलवार को श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने भी बयान जारी करके पंजाब सरकार को निहंगों के खिलाफ मामला दर्ज करने का विरोध किया था। उनका कहना था कि ईसाई पादरी पाखंड करके हिंदू व सिखों को बहका रहे हैं और धर्म परिवर्तन करवा रहे हैं। कई बार निहंगों ने इसकी शिकायत की, लेकिन सरकार ने उनकी नहीं सुनी। इसके बाद विवाद और भड़क गया था।
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— Free Press Journal (@fpjindia) August 31, 2022
Tarn Taran, Punjab | Few notorious elements tried to vandalise idol of Jesus & set ablaze a car at Chruch in Patti. We’re investigating the matter & have vital clues. There were 4 people, we are behind the culprits. We hope to solve it soon. FIR has been lodged: RS Dhillon, SSP pic.twitter.com/fkh42EQH1B
— ANI (@ANI) August 31, 2022